Book Title: Yogashastram Part_2 Author(s): Hemchandracharya, Jambuvijay Publisher: Jain Sahitya Vikas Mandal View full book textPage 5
________________ स्वोपज्ञ ग्रन्थानुक्रमः CONTENTS ग्रन्थानुक्रमः ॥२॥ वृत्ति प्रकाशक: चंद्रकान्त अमृतलाल दोशी, मे. ट्रस्टी-जैन साहित्य विकास मंडल, ९६-बी स्वामी विवेकानंद मार्ग, इर्ला, विले पार्ला, बम्बई-४०००५६. पृष्ठानि विभूषितं योगशास्त्रम् ॥२॥ Publishers: C.A.DOSHI Mg-Trustee-JAIN SAHITYA VIKAS MANDAL, 96-B, S. V. Road, IRLA, Bombay-400 056, India. CELETERIALREEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEEIRE પ્રકાશકીય નિવેદન પ્રસ્તાવના १-६० पुरोवचनम् ६१-६८ Indo-Iranian Journal भाभापे Review ६९-७० योगशास्त्रद्वितीयविभागस्य विषयानुक्रमः ७१-८१ सम्पादनोपयुक्तग्रन्थमूचिः सङ्केतविवरणं च ८२-९० विशिष्टटिप्पणात्मकं वृद्धिपत्रकम् ९१-१०० शुद्धिपत्रकम् १०१-१०६ योगशास्त्रम् [ततीय-चतुर्थप्रकाशात्मकम्] ४२५-९६८ WERRENTIREMENTERTERSNEHCHEHCHEICHEETEHEHEHCHER मुद्रक : स्वस्तिक प्रिन्टरी, ३९६, स्वातंत्र्यवीर सावरकर मार्ग, प्रभादेवी, बम्बई-४०० ०२५ मूल्यं ६५ रुप्यकाः वि. सं. २०३८, * वीर नि. सं. २५०८, * इस्वी सन १९८१ * प्रथम संस्करणम्, प्रतयः ७५० Jain Education Intem For Private & Personal Use Only |www.jainelibrary.orgPage Navigation
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