Book Title: Vicharsar Prakaranam Cha
Author(s): Pradyumnasuri, Manikyasagar
Publisher: Agamoday Samiti

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Page 176
________________ ७८९ ७६८ केवलमणोहिचउदस केवलिकालो बारस केसिपि संजयाणं कोडिसहस्सूणा सा कोहं माणं मायं कोहो माणो माया कोहो माणो माया खकारः खंती य मद्दवऽजव खित्ताइयाण जाणह खित्ते जायणमित्ते खुहा पिवासा सीउण्हं गकारः गइ होइ चउप्पयारा गणहरवलयं देविंद० गद्दहय चोरकीडा गमणागमणविहारे गयवसहसीह गहिऊण य मुक्काई गहियजिणिंदो एको गंगाओ दोकिरिया गंधोदएणं ण्हवणं गंधोदयं च वासं गामविक्खगसोहम्म गारवपंकनिबुड्डा ५०६ गाहग्गनवसयाई ९०० ४८७ गिण्हइ पच्चक्खाणं ७५२ ४०२ | गिरिकन्नि किसलपत्ता ७८६ ४५६ गिहपडिमाणं पुरओ ८७५ गिहिजिणपडिमा० २८९ गीयत्यो य विहारो २४६ ८२८ गुरुदत्तसेसभोयण ৩৩৪ गुरुपरिवारो गच्छो २३५ गुरुविरहमि य ठवणा ६१४ गूढसरसंधिपई । गोमहिसुटिपसूणं १५१ गोमीमंकुणा ७९१ गोयंमि दुन्नि पंचंत० गोसमुहअंतकाले ८३९ घकारः घणवड्डमाणपत्वा ७९२ घरजिणहरजिणपूआ० ६९६ ६७२ घित्तूण संकलं सो ५८३ __ ९५ घोडग लया य खंभे ६८७ ८६२ चकार: १०० चउत्थीए पज्जुस्सवणं ५३१ चउदस चउदस बाया० ७८० चउदसपुव्वुच्छेओ ५२३ चउदस वासाणि तया चउपणबारस बारस २९१ ८६५ / चउपन्न सागराई FREE TREAL FREE १५६

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