Book Title: Vicharsar Prakaranam Cha
Author(s): Pradyumnasuri, Manikyasagar
Publisher: Agamoday Samiti
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चउभागो चउभागो ४६० | चत्तारि य पडिकमणे ७४७ चउयालीसं लक्खा १९० चत्तारि होति तिल्ला ७६९ चउरंगुलं विहत्थी २०९ चरमजिणे मुक्खगए ५२४ चउरासीइ बावत्तरी ५४६ चंदजस चंदकंता २७ चउरासीइ बिसत्तरि ११६ चंपगरूक्खे बउले चउरासीई बिसत्तरि ५७३ चारित्तचक्कवट्टी चउरासीई सहस्सा १८१ चिक्खिल्लपाण थंडिल्ल २४७ चउरासी पुवेहिं ३० | चित्तासोएसुं सिय चउरासी बावत्तरो य . ११७ | चियवंदणउस्सग्गो ३६८ चरिंदिया य विच्छ्य ७९३ चिरसंसट्ठोऽसि चिर० ४८६ चउरो जम्मप्पभिई १५८ | चिंधाइसु अडवन्नं ७१५ चउ वक्खारगिरिसेलहिं ६०९ चुडिलियं पडिणियं चेव ७४३ चवीस जिणकल्याणक (९५) चुन्निज चक्कबर्टि चउवीस जिणकल्याणक (९६) | चुलसीइ सहस्साई १८० . चवीस जिणकल्याणक (९७) चुलसीई पंचणवई १७७ चउवीसा चउदस ३८५ चेइयदबविणासे चउसही तित्थयरा ४४९ चेइयदवं चउसट्ठी पिडिकरंडयाण १७ चेइयदवं साहारणं चक असि छत्त दंड ५५० चेइयदुमपीढछंदय १६२ चकं खग्गं धणू मणी य ५७६ चोएइ चेइयाणं चकं छत्तं रयणज्झओ य १५४ चोराणोयं चोरप्पओग० ४१४ चक्खुम जसमं च २६
छकारः चतुर्विध श्रीश्रमण० (१५६) छउमत्थो मूढमणो ८५९ चत्तारि अंगुलाई ७०१ छकायरक्खणट्ठा २१६ चत्तारि देवयाभागा ३२८ छट्टमदसमदुवालसेहिं २३३ चत्तारि दो दुवालस ३७३ | छट्ठस्स य आहारो
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