Book Title: Vicharsar Prakaranam Cha
Author(s): Pradyumnasuri, Manikyasagar
Publisher: Agamoday Samiti
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पिंडविसोही समिई २९० | बहुरय पएस अवत्त ५१५ पिंडं असोहयंतो ३१९ बंधणभेया पंच उ ८४४ पिंडं सिज्जं च वत्थं च २९२ बंभी फग्गू सामा पिंडेसणा य सवा २९९ बारवई य मुरहा
४७ पुढवि दग अगणि मारुय ८०० बारस अंगाईयं । २८६ पुरओ पक्खासन्ने ७३८ | बारस पुण अहिगारा ६६२ पुरिमडमभत्तट्टे
| बारस बारस बहिं अ० २७८ पुरिमंतिमअष्टं ४५९ बारसवरिसे जम्मो पुवस्स य परिमाणं
बासट्ठीसहस्सा १८७ पुदि पच्छा संथव २९७ बाहू सिरमुह हियए ७२४ पुव्वुप्पन्ना रोगा
| बिइयंमि हुंति तिरिया १६९ पुस्से पुणव्वसू पुण १३९ बोहेऊणं संपइ
६१९ पेढालुच्चिय दसमो ४७४ भकारः पोयण बारवइ तियं ५६२
| भक्खेइ जो उवेक्खेइ ६४९ पोसे नवहि पएहिं
भट्ठायारो सूरी फकारः
भत्तिविहवाणुरुवं १७३ फासणरसणाघाणं ३०८ भत्तीमंगलचेइय० ५८९ फासियं पालियं चेव भत्तीभरनिब्भरमण बकारः
भद्द सुभद्दा सुप्भभ बत्तीसंगुलदीह २०८ भद्दिलपुरसीहपुरं बत्तीसं धणुयाई १६३ भत्ते पाणे धुदण २४३ बलदेवचक्कवट्टी
८० भत्ते पाणे सयणासणे बलदेववासुदेवा ५७२ भत्तोसं दंताई बलमित्त भाणुमित्ता ४९४ भन्नइ इत्थ विभासा ६५२ बहुरय जयालिपभवा ५१६ भरह सगर मित्तासण (८५)
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