Book Title: Vicharsar Prakaranam Cha
Author(s): Pradyumnasuri, Manikyasagar
Publisher: Agamoday Samiti

Previous | Next

Page 183
________________ ११८ २८३ ५७४ ७९४ ७६६ पत्तं पत्ताबंधो पत्ताबंधपमाणं पत्तेयतरं मुन पत्तेयं तसथावर पम्हुढे सारणा वुत्ता पयइठिइअणुभाग० परिमियदेसेऽणता परियट्टिए अभिहडे परिवारमाणरहियं पवरा विजयंकूसा पविसेइ पंच चइउं पवाविओ सुहत्थी पसंते आसणत्थे य पंचनदकुत्युहाविय पंच अहाजायमि पंच चउरो अभिग्गहे पंचदिणूण छमासिय पंचनमुकारसमा पंचपदा उ जा लट्ठी पंचमओ पुण हियए पंचममा गोयं पंचमहत्वयभेयो पंच य वरिससए पंचसए पणसीए पंचसय अद्धपंचम पंचह नाणावरणं ७३७ १९७ पंचहि समणसएहिं २०१ पंचंग पणमेड ६६१ ७८२ पंचंगो पणिवाओ ६९९ ८३७ | पंचाणवइ सहस्सा २३८ पंचाणवइ सहस्सा ५४७ ८१७ पंचावन्नं कोडी २२७ ८५४ पंचासववेरमणं २९५ पंचासीइ सहस्सा ५७५ पंचासीई पण्णत्तरी ४३३ पंचिदिया य चउहा पाणमि सरयविगई पाणं सोवीर जवो० पाणिवह पेमकीला १७५ पाणिवह मुसावाए ७२६ पाणिवह मुसावाए ७५९ | पाणिवह मुसावाए (८९) ४७१ पायच्छित्तं विणओ २८८ ८८१ पायच्छित्तं विणओ (८९) ३३४ पायसमा वीसामा ७१४ ५८६ पावा य चंडकम्मा ४४ ८१९ पासत्थो ओसन्नो ७३२ ३५३ पासो अरिहनेमी ५२८ । पिच्छिस्सं इत्थमहं ५३२ पिट्टिकरंडसयाई १२ ५४४ पिट्ठिवंसो दो धारणीओ २६७ ८२० पित्तलमुवन्नरुप्पय० ५९२

Loading...

Page Navigation
1 ... 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190