Book Title: Vanaspati Vigyan
Author(s): Hanumanprasad Sharma
Publisher: Mahashakti Sahitya Mandir

View full book text
Previous | Next

Page 285
________________ वनस्पति-विज्ञान ___254 (13) सन्धिवात पर-अमिलतास की गुद्दी लगाएँ। (14) वमन के लिए-अमिलतास का पाँच बीज पीसकर पीना चाहिए। . (15) शीघ्र प्रसव के लिए-अमिलतास की छाल, केसर, गुलाब का फूल और मिश्री पीसकर पीना चाहिए। --05 अशोक सं० हि० म० अशोक, ब० अस्पाल, गु० अशुपालो, और लै० जोनेशिया अशोका-Jonesia Asoka. विशेष विवरण-अशोक का पेड़ आम-जैसा होता है। इसके पत्ते आम के पत्ते से कुछ बड़े होते हैं। किन्तु ये अधिक कोमल और सुन्दर दीख पड़ते हैं / इसकी छाया बड़ी सघन होती है / इसका पेड़ बड़ा सुन्दर होता है। इसलिए लोग इसे बाग के चारों ओर लगाया करते हैं / इसका फूल लाल रंग का होता है। गुण-अशोको मधुरः शीतश्चास्थिसन्धानकृन्मतः / प्रियः सुगन्धिः कृमिकृत्तुवरोष्णश्च तिक्तकः // शरीरकान्तिकृञ्चैव स्त्रीणामुच्छोकनाशनः / ग्राही पित्तहरो दाहश्रमगुल्मोदरापहः / शूलाध्माने विषं चाझे प्रणं सर्वा तृषं तथा / शोथापचीतृषश्चैव नाशयेद्रकां स्नम् ॥-नि० र.

Loading...

Page Navigation
1 ... 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306