Book Title: Vakya Rachna Bodh
Author(s): Mahapragna Acharya, Shreechand Muni, Vimal Kuni
Publisher: Jain Vishva Bharti

View full book text
Previous | Next

Page 626
________________ परिशिष्ट ६ एकार्थ धातुएं अर्थ एकार्थधातवः अधिकार करना--अधिकरोति अनुकरण करना-अनुकरोति, अनुसरति, अनुयाति, अनुहरति, अनुविदधाति, ___अनुविदधते, विडम्बयति, तुलयति अनुग्रह करना-अनुगृह्णाति अनुज्ञा देना-अनुजानाति, अनुमनुते, अनुमन्यते अनुताप करना-अनुशेते, अनुतप्यते अनुभव करना-अनुभवति, आस्वादयति, उपजीवति, उपभुङ्क्ते, उपयुङ्क्ते, निविशति अनुवाद करना-अनुवदति अनुमान करना-अनुमाति, अनुमिमीते अनुमोदन करना—अनुमन्यते, अनुमनुते, अनुजानाति अनुसंधान करना-अभिप्रेति, अनुसन्दधाति, निरीक्षते अपमान करना-अवमन्यते, अवमानयति, अवजानाति, अवधीरयति, अवगणयति, अवहेलयति अपराध करना--अपराध्यति, विराध्यति, अपराध्नोति, विराध्नोति अपहरण करना-अपहरति अपेक्षा करना-अपेक्षते अभिग्रह करना-अभिगृह्णाति अभ्यास करना-अभ्यस्यति अलंकृत करना-मण्डति, मण्डयति, भूषति, भूषयति, प्रसाधयति, अलंकरोति, परिष्करोति अवज्ञा करना-अवजानाति अवस्था बदलना-विवर्तते अहंकार करना-अभिमन्यते, दृष्यति, गर्वति, अवलिप्यते, गर्वयति, गर्वायते, माद्यति आंकना-अङ्कयति, अङ्कयते आंजना-अनक्ति

Loading...

Page Navigation
1 ... 624 625 626 627 628 629 630 631 632 633 634 635 636 637 638 639 640 641 642 643 644 645 646