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श्री अखिल भारतीय सुधर्म जैन संस्कृति रक्षक संघ साहित्य रत्न माला का १२५ वा रत्न
उत्तराध्ययन सूत्र
भाग-१ (अध्ययन १ से २०) (शुद्ध मूल पाठ, कठिन शब्दार्थ, भावार्थ एवं विवेचन सहित)||
सम्पादक नेमीचन्द बांठिया पारसमल चण्डालिया
=प्रकाशक:
श्री अखिल भारतीय सुधर्म ___ जैन संस्कृति रक्षक संघ, जोधपुर शाखा-नेहरू गेट बाहर, ब्यावर-३०५१०१ 0 (०१४६२) २५१२१६, २५७६६६ फेक्स नं. २५०३२८
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