Book Title: Uttaradhyayan Sutra Mul Path Author(s): Jivraj Ghelabhai Doshi Publisher: Jivraj Ghelabhai Doshi View full book textPage 7
________________ पानुं श्लोक लीटि, अशुद्ध, भगवाय १२० १७ २१ भूय *१२२· २१ १२५- १० माणयाए - १२६ फुटनोट २ *१३२ ४९ १७ 59 " १३३ ५७ १३३. फुटबोट १३४. ५९. "" २० . ९ १३४. ५९ १० 'हिंदीए मदवसपने ० भय वयसाहारण दंसण पज्जवे विसोहेइ वयसाहारण दं पवि १ चितं जीवे पर समय भूय भगवया *१३८ A. (आ.) माणए उप- १४१ राजि जणयइ 'हिंदिए "मदव संपन्ने मय A. (आ.) वइसमाहा रणयाए णं दंसण प ज्जवे विसोहेइ दसण ज्जवे विसोहेइ दसण पज्जवे विसोहइत्ता. पानुं श्लोक. लीटि अशुद्ध. चिज़ं A. (आ.) जीवोवि A. (आ.) परसमय सं १५ १४२ १४. * १४९ ३५ *१५६ ७२ 9 sw mr १६७ १८: १६७. १९ १६८ मधाळे. *१७१५९ १८३ फुटनोट १८६ " फुटनोट १८७ १४७ ३. ९ ११ ८७ १६. मणस्स 'साग सरीस ६८. उवत्रओ A. ( आ. A. ( आ. ) सपज्जवासया सपज्जवसिया ४ ३ १४१ १२ शुद्ध. वि य अ संघा' घायणिजे. ५ २ GIT रुम्पई अ गण होई ० अंतरेय डि गहणं होइ मणस्स साम "सरीस 7 १६८८० उववाओ अंतरेयं - दिखनेPage Navigation
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