Book Title: Tattvarthadhigam Sutra Author(s): Labhsagar Gani Publisher: Agamoddharak Granthmala View full book textPage 2
________________ आगमोद्धारक -ग्रन्थमालायाः पटचखारिश रत्नम् । णमोत्थु णं समणस्स भगवओ महावीरस्स प. पू. आगमोद्धारक आचार्यप्रवर श्री भानन्द सागरसूरीश्वरेभ्यो नमः श्री उमास्वातिवाचकविरचित तत्त्वार्थाधिगमसूत्र [ हिन्दी अनुवादसहित ] 5 संशोधकः प० पू० गच्छाधिपति आचार्य श्रीमन्माणिक्यसागरसूरीश्वर - शिष्य शतावधानी मुनिराज श्रीला मसागरगणि प्रतयः ५०० ] बीर सं० २४६७ वि० सं० २०२७ [ मूल्यम् २=०० आगमो० २१Page Navigation
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