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तरंगवती
लुप्त हुई पादलिप्ताचार्यकृत प्राकृत तरंगवतीकथा का एक प्राचीन संक्षेप तरंगलोला का अनुवाद
हरिवल्लभ भायाणी के गुजराती अनुवाद से हिंदी अनुवाद
अनुवादकर्ता प्रीतम सिंघवी
प्रकाशक
पार्श्व इन्टरनेशनल शैक्षणिक और शोधनिष्ठ प्रतिष्ठान
अहमदाबाद
१९९९