Book Title: Sutrarth Muktavali
Author(s): Labdhisuri
Publisher: Labdhisuri Jain Granthmala

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Page 22
________________ २३६ . विषयानुक्रमणिका। पृ. पं. विषया २३३ २९ वेदनाविसमुदातस्वरूपवर्णनम् २३४ प्रवचननिहवभेदाः २३४ ४ अष्टस्थानेनैकाकिविहारप्रतिमायोग्यकथनम् २१४ । अनालोचनाकारणवर्णनम् २३४ २२ वद्रावार्थस्फुटीकरणम् २३५ २ | गणितसंपनेदाः । २१५ ६ सप्रभेदमाचारसम्पदाविनिरूपणम् २३५ २७ | आलोचनादानयोग्यकथनम् २३५ २७ दोषालोचनाईवर्णनम् | भक्रियावादिभेदाः २३६ १५ एकत्ववादिस्वरूपाभिधानम् २३६ २५ अनेकत्ववादिमतम् २३१ २८ मितवादिमतम् २३. ५ निर्मितत्ववादिमतम् २३७ " सुखवादिमतम् २३. १५ समुच्छेदवादिमतम् २३. २५ नियस्ववादिमतम् परकोकामाववादिमतम् २३८४ | वचनविभक्तिभेदाः २३८ ११ सोदाहरणं तम्याख्यानम् २३८ १६ | आयुर्वेदभेदवर्णनम् २३८ १८ प्रथमसमयनैरयिकादिभेदाः २३८ २२ | संयमिभेदाः २३८ ३१ | अप्रमादस्मानभेदाः २३९ १६ केवलिसमुद्रातविचारः २३९ २२ वत्र शरीरयोगवर्णनम् २३९ २४ | नव ब्रह्मचर्याणि २४० १ तमास्यानम् ३४० १० | मैथुनमतस्य गुप्तिवर्णनम् २४० १० सत्पदार्थनवकाख्यानम् २४० २७ तच्छदार्थप्रकटीकरणम् २४१ . | रोगोत्पत्तिकारणप्रकाशनम् २४१ १८ | दर्शनावरणकर्मभेदाः २१ २३ विकृतिभेदप्ररूपणम् २४३ २९ | पुण्यभेदनिरूपणम् २४२६ उत्पातादिपापश्रुताख्यानम् २४२७ | निपुणपुरुषाभिधानम् : २१२ २४ । मायुषः परिणामसूचनम् विषयाः सम्मूर्छनजादिभेदाः ऋद्धिमतां भेदाः संहननभेदाऽऽदर्शनम् संस्थानभेदवर्णनम् जीवाश्रयेण शुभाशुभानुबन्धप्रकाशनम् जीवानां गयादिदिग्वर्णनम् व्युत्क्रान्स्यादयोऽपि तथेति वर्णनम् संयतानामाहारग्रहणकारणकथनम् प्रमादप्रत्युपेक्षाऽभिधानम् भारभव्यादीनां स्वरूपवर्णनम् अप्रमादप्रत्युपेक्षाऽऽख्यानम् बाह्यतपसो भेदाः अनशनादिस्वरूपाणि . भाभ्यन्तरतपोभेदाः पोढा भिक्षाचर्यावर्णनम् पेटापेटादीनां स्वरूपाणि - अकल्प्यवचनप्रकाशनम् प्रायश्चित्र प्रतारा प्रामातिपातविषयेऽन्वयनम् मसवादे तस्समन्वयनम् अदत्तादाने सगमनम् अविरतिवादे सङ्गतिकरणम् अपरुषवादे दासवादेच समन्वयनम् आयुर्वन्धप्रकारांः पविधायुर्वन्धाधिकारिकथनम् गणापक्रमकारणसप्तकम् वत्स्फुटीकरणम् योन्यानवेण जीवभेदाः भवस्थाननिरूपणम् छमस्थगमकहेत्वभिधानम् मूलगोत्रविभागकरणम् ..... नयससकस्वरूपाणि भायुरुपक्रमससककथनम् ...... ---- मयं मेदः सोपक्रमायुषामेवेति कपनम् दर्षनमेवाऽऽदर्शनम् बिनयमेवप्रकटनम् ज्ञानविनयादिस्वरूपाणि समुद्रातभेदाः २५२ . २४३ १. २४३ २१ २४४ २४४ २४४ १७ २४४ २५५ २४५ २४५ २१ २४५ २७ २४६३ २४६ १ २१५ १५ २४६ २० २४६ २५ २४६ २८ २५६ १२ २४७ २४. १ २४० २४ २४८ १० २३८ २५८ १० २१० २८ २४९ . २४९ १५ २४९ २७ २५० ८ २५० २१ २५० २० ૨૧ ૧૨ २५१ १४ રપુર ૨ २५२. " २५२ १ २५२ २१

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