Book Title: Studies in Desya Prakrit
Author(s): H C Bhayani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad
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टोकरक-टोपलो (हिन्दी टोकरा') (वंशटोकरक १३८-२४ वांसनो टोपलो) टोडर ४५-२५, ३५०-२३ तोडो टोप २५७, १-२ एक प्रकारनु
शिरस्त्राण, टोप टोपिका २, १२-१४ टोपी टोहन ११०-१ टोवुते, पक्षीओने
टोयो करीने उडाडवा ठीकरी २३०-२२ ठीकरी ठुण्ठक-ठूठु (वृक्षठुण्ठक ७०-१०
- झाडनु ठूछ) डाकिन २०६-२२ डाकणो दल १४५, १९-२. ढळQ ढालू ७७-१२ ढाळवु दालन १५८-८, २३६-११ढाळवू ते ढंकन ४-८ ढांकते ढंकनिका ३५०-४ ढांकणी ढीली २-२२ दिल्ली ढेद २५-२६, १०९,२८-२९,
१६५-१९, २५०-२८ वेद डोलू १०१-१ ढोळवु तटी २८-१ तोफानी नदी, दुस्तटी, तडफडायमान २७१-४ तडफडतु तनुगमनिका २३३-२९ जमीन पर
वहेता वरसादना पाणींना नाना
प्रवाह तप्ति २९९-२ चिंता, पंचात
(प्रा. तत्ति, जू. गुज. ताति) तमलंगक (१) | 'तमग' के 'तवंग लंगक (१) नामनेो किल्लानो
बूरज जेवो भाग (१)
तम्बोल २९-२३ त बोल (सं. साम्बा) तर्णक ३६-१७ बाछडो तलहट्टिका १९०-२ तळेटी तलिकातोरणबन्धन २००-१७ तलियां
तोरण बांधवां = ते । ताजनक ३.६-४ ताजणो, चाबुक तुजटिका ११२-८ तगोटी (नानो तंत्र) तुरी २२४-४ वणकरनु वणवानु
एक साधन (देश्य 'थरी', 'तूरी') तुलछी ११६, ८-९-१३-१५-१६
तुलसी पु १३०-१९ कलाई पुसी १०७-४ काकडी दण्डक २१०-२७केडो, मार्ग, पगदंडो दवरक १६२-१४, २९५-४ दोरो दवरिका ९६-२ दोरी दारिद्रत्व १८६-३१दळदर, दळदरीपणु दीनार ३-२१ एक सिक्का दीपवर्तिक ८८-७ दीवेटियो दुर्गा १७२, १४-१६, २००-२५,
३१२-३ समळी देवगृह २-२८ दहेरूं द्रह ७०-२६ घरो (सं. ह्रद) घटी ३१२-१६ घडी, वजन एक माप घाटी ७३-२३, ८३-३ धाड धीरा ६७-१०, २१३-१८ धीर
(स्त्री.), धीरज धुरि ४४-२६, १६५-२६ साथी
आगळ, सौथी पहेलां (सर. गुज..
घरथी) धूलिधावक २३९-७ धूळधोयो धोरणी १००-१० सतत धारा
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