Book Title: Studies in Desya Prakrit
Author(s): H C Bhayani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

Previous | Next

Page 286
________________ 252 टोकरक-टोपलो (हिन्दी टोकरा') (वंशटोकरक १३८-२४ वांसनो टोपलो) टोडर ४५-२५, ३५०-२३ तोडो टोप २५७, १-२ एक प्रकारनु शिरस्त्राण, टोप टोपिका २, १२-१४ टोपी टोहन ११०-१ टोवुते, पक्षीओने टोयो करीने उडाडवा ठीकरी २३०-२२ ठीकरी ठुण्ठक-ठूठु (वृक्षठुण्ठक ७०-१० - झाडनु ठूछ) डाकिन २०६-२२ डाकणो दल १४५, १९-२. ढळQ ढालू ७७-१२ ढाळवु दालन १५८-८, २३६-११ढाळवू ते ढंकन ४-८ ढांकते ढंकनिका ३५०-४ ढांकणी ढीली २-२२ दिल्ली ढेद २५-२६, १०९,२८-२९, १६५-१९, २५०-२८ वेद डोलू १०१-१ ढोळवु तटी २८-१ तोफानी नदी, दुस्तटी, तडफडायमान २७१-४ तडफडतु तनुगमनिका २३३-२९ जमीन पर वहेता वरसादना पाणींना नाना प्रवाह तप्ति २९९-२ चिंता, पंचात (प्रा. तत्ति, जू. गुज. ताति) तमलंगक (१) | 'तमग' के 'तवंग लंगक (१) नामनेो किल्लानो बूरज जेवो भाग (१) तम्बोल २९-२३ त बोल (सं. साम्बा) तर्णक ३६-१७ बाछडो तलहट्टिका १९०-२ तळेटी तलिकातोरणबन्धन २००-१७ तलियां तोरण बांधवां = ते । ताजनक ३.६-४ ताजणो, चाबुक तुजटिका ११२-८ तगोटी (नानो तंत्र) तुरी २२४-४ वणकरनु वणवानु एक साधन (देश्य 'थरी', 'तूरी') तुलछी ११६, ८-९-१३-१५-१६ तुलसी पु १३०-१९ कलाई पुसी १०७-४ काकडी दण्डक २१०-२७केडो, मार्ग, पगदंडो दवरक १६२-१४, २९५-४ दोरो दवरिका ९६-२ दोरी दारिद्रत्व १८६-३१दळदर, दळदरीपणु दीनार ३-२१ एक सिक्का दीपवर्तिक ८८-७ दीवेटियो दुर्गा १७२, १४-१६, २००-२५, ३१२-३ समळी देवगृह २-२८ दहेरूं द्रह ७०-२६ घरो (सं. ह्रद) घटी ३१२-१६ घडी, वजन एक माप घाटी ७३-२३, ८३-३ धाड धीरा ६७-१०, २१३-१८ धीर (स्त्री.), धीरज धुरि ४४-२६, १६५-२६ साथी आगळ, सौथी पहेलां (सर. गुज.. घरथी) धूलिधावक २३९-७ धूळधोयो धोरणी १००-१० सतत धारा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316