Book Title: Studies in Desya Prakrit
Author(s): H C Bhayani
Publisher: Kalikal Sarvagya Shri Hemchandracharya Navam Janmashatabdi Smruti Sanskar Shikshannidhi Ahmedabad

View full book text
Previous | Next

Page 308
________________ डुअल्ल' 27 दुक्ख 54 युग्ग 54 दुग्घुट्टो 22 बुत्ति 26 54 होली 37 खुद्धोली 37 खुली 48 दुल्ल 27 दुल्लग्ग 121, 19 2011 54 दूसलो 39 दूहली 39 दोदिओ 76 दारे। 27 दोसाण 17 दोहारी 76 धणि 195 घर 197 धव 92, 121 धवल 137 धन्वो 29 घसलो 17 धारायर 92 धुअगाओ। 85 धुत्राय 85 धूणो 54 नालिअ 177 नाहर 135 अविअं 134 Jain Education International 274. परिक्कू 85 पद 54 परडा 75 पथ 54 3 पढ 54, 130 पएरो 112 पज्जा 33 पचल्लिउ 186 पच्चवर 85 परहच्छ 86 पड सुवो 122 पडाली 33 पढिअरा 33 पडिच्छिआ 112 पडिसरिच्छ 186 बिहारी 111 पडुआ 15 पडुवइअं 54 पंडे हर 70 पड्डत्थी 77, 111 पत्त 77 पंत्तत्था 33 पप्पीओ 34 पपुअ 24, 45 पहली 33. पयर्दणी 111 पण 194 लाओ 105 परिमहा 137 परिमल 184 पहि56 For Private & Personal Use Only परिहच्छिम 86. परिहट्टी 111 परिहत्य 86. परिहारिणी 111 परेवय 145 पलस 40 पलही 33, 40, 44 पलीविअ 145 पल्लवाय 33 पन्हुसण 190 पव्वइसेल्ल' 77 पसडि 50 पसारो 149 पर्सिडि 50 पहट्ठा 119 पंड 137 4'yar 24, 45 कुणी 54 पाउअ 33 पाक 33 णाली 86 पाडवण 25, 52 श्रीमदा 25 पायमूल 190 पाराउट्टय 93 पारिहच्छि 86 पारिहट्टी 111 पावडर्ण 52 पावा 136 पास 144 पिठुडी 192 www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316