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मालवदेशाधिप - परमारनृपचूडामणि राजाधिराज भोजदेव विरचिता
शृङ्गा र मञ्जरी कथा
राजस्थानप्रदेशान्तर्गत-जेसलमेरुदुर्गस्थ प्राचीन जैन ज्ञानभाण्डागारोपलब्ध
एकमात्र त्रुटित - ताडपत्रीय पुस्तकाधारेण संशोध्य, आंग्लभाषामय
लिखित विस्तृत विवेचन - भाषान्तर - विविधपरिशिष्टादिभिः सुपरिष्कृत्य च संपादनकर्त्री
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विदुषी कुमारी कल्पलता क० मा० मुन्शी (एम्. ए., पीएच. डी. )
ग्रन्थांक ३० ]
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विक्रमाब्द २०१५]
増田
प्रकाशनकर्ता
अधिष्ठाता, सिंघी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ
出丩村
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बंगई
भारतीय विद्याभवन, बम्बई
प्रथमावृत्ति
सर्वाधिकार सुरक्षित
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[ ख्रिस्ताब्द १९५९
[ मूल्य रु० १२/५०
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