Book Title: Sramana 1996 10
Author(s): Ashok Kumar Singh
Publisher: Parshvanath Vidhyashram Varanasi

View full book text
Previous | Next

Page 83
________________ २३ ८० : Jain Education International १५०३ माघ वदि ५ सोमचन्द्रसूरि के पट्टधर उदयदेव- सूरि ६१. १५०३ माघ सुदि....? विजयदेवसूरि ६२. श्रमण/अक्टूबर-दिसम्बर/१९९६ १५०४ उदयदेवसूरि For Private & Personal Use Only सुविधिनाथ की पार्श्वनाथ देरासर, नाहटा, पूर्वोक्त - लेखाङ्क चौबीसी प्रतिमा भीनासर, बीकानेर २१९२ ।। का लेख आदिनाथ की धातु शांतिनाथजिनालय, मुनि विशालविजय,पूर्वोक्त, की पंचतीर्थी प्रतिमा खजूरीनी शेरी, लेखाङ्क १३९ का लेख राधनपुर वासुपूज्य की धातु- जैन मंदिर, ऊंझा बुद्धिसागर,पूर्वोक्त-भाग-१, प्रतिमा का लेख लेखांक १८७ आदिनाथ की धातु संभवनाथ देरासर, वही, भाग-१, लेखाङ्क की पंचतीर्थी प्रतिमा झवेरीवाड़, अहमदाबाद ८०८ का लेख . संभवनाथ की धातु चिन्तामणिपार्श्वनाथ ___मुनि विशालविजय,पूर्वोक्त, की पंचतीर्थी प्रतिमा देरासर, चिन्तामणि- लेखाङ्क १४५ का लेख खड़की, राधनपुर आदिनाथ की धातु- आदिनाथजिनालय, विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त, प्रतिमा का लेख जामनगर लेखाङ्क २१८ ज्येष्ठ सुदि ९ रविवार वैशाख सुदि २ शुक्रवार ६३. १५०५ धर्मशेखरसूरि ६४. १५०५ उदयदेवसूरि पौष सुदि १५ गुरुवार १५०६ माघ सुदि ५ शनिवार विजयदेवसूरि www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128