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१५०३
माघ वदि ५
सोमचन्द्रसूरि के पट्टधर उदयदेव-
सूरि
६१.
१५०३
माघ सुदि....?
विजयदेवसूरि
६२.
श्रमण/अक्टूबर-दिसम्बर/१९९६
१५०४
उदयदेवसूरि
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सुविधिनाथ की पार्श्वनाथ देरासर, नाहटा, पूर्वोक्त - लेखाङ्क चौबीसी प्रतिमा भीनासर, बीकानेर २१९२ ।। का लेख आदिनाथ की धातु शांतिनाथजिनालय, मुनि विशालविजय,पूर्वोक्त, की पंचतीर्थी प्रतिमा खजूरीनी शेरी, लेखाङ्क १३९ का लेख राधनपुर वासुपूज्य की धातु- जैन मंदिर, ऊंझा बुद्धिसागर,पूर्वोक्त-भाग-१, प्रतिमा का लेख
लेखांक १८७ आदिनाथ की धातु संभवनाथ देरासर, वही, भाग-१, लेखाङ्क की पंचतीर्थी प्रतिमा झवेरीवाड़, अहमदाबाद ८०८ का लेख . संभवनाथ की धातु चिन्तामणिपार्श्वनाथ ___मुनि विशालविजय,पूर्वोक्त, की पंचतीर्थी प्रतिमा देरासर, चिन्तामणि- लेखाङ्क १४५ का लेख खड़की, राधनपुर आदिनाथ की धातु- आदिनाथजिनालय, विजयधर्मसूरि, पूर्वोक्त, प्रतिमा का लेख जामनगर
लेखाङ्क २१८
ज्येष्ठ सुदि ९ रविवार वैशाख सुदि २ शुक्रवार
६३.
१५०५
धर्मशेखरसूरि
६४.
१५०५
उदयदेवसूरि
पौष सुदि १५ गुरुवार
१५०६
माघ सुदि ५ शनिवार
विजयदेवसूरि
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