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श्रमण/अक्टूबर-दिसम्बर/१९९६ : १२०
रचनाकार
१. श्री सत्यबोध
रचयिता - श्री तिलोक ऋषि जी महाराज २. श्री तिलोकछन्दसंग्रह रचनाकार - पूज्यपाद तिलोकऋषि जी महाराज ३. श्री तिलोककाव्यसंग्रह विवेचक - आचार्य आनन्द ऋषि जी ४. श्री तिलोकछन्दसंग्रह रचनाकार - तिलोकऋषि जी महाराज
(सामूहिक प्रार्थना सह) ५. श्रावकधर्महितशिक्षा रचनाकार - तिलोकऋषि जी महाराज ६. पंचपरमेष्ठीवन्दना
- तिलोकऋषि जी महाराज ७. चौबीसहितशिक्षायें रचनाकार ___ . तिलोकऋषि जी महाराज ८. श्रीमहावीरसन्देश अनुवादक - श्री रामचन्द्र केशव गर्ने ९. श्रीतिलोकद्वात्रिंशिका रचयिता . श्री माधवानन्दशास्त्री १०. सातवारों से हितशिक्षा रचनाकार - श्री तिलोकऋषि जी महाराज
हिन्दी रूपान्तरकार आचार्य
आनन्दऋषि जी महाराज। ११. कल्याणमंदिर स्तोत्र . रचनाकार - आचार्य सिद्धसेन दिवाकर। १२. श्री कल्याणक चौबीसी प्रस्तुतकर्ता - मुनि श्री कन्हैयालाल जी कमल
आचार्य श्री रत्नाकर सूरि जी म०सा०, C/o श्री झवेरी पार्क, आदीश्वर जैन संघ झवेरी पार्क, नारणपुरा रेलवे क्रासिंग, नारणपुरा, अहमदाबाद ३८००१२, द्वारा निम्नलिखित ४ पुस्तकें ३१/१०/९६ को विद्यापीठ के पुस्तकालय के लिये प्राप्त हुई हैं। इनका नाम इस प्रकार है :
दीर्घतपस्वी आचार्यप्रवर श्रीमद् रंगविमलसूरिश्वर जी जीवनप्रभा (गुजराती)। २. महान क्रियोद्धारक श्रीमद्आनन्दविमलसूरीश्वर जी महाराजनुं विशिष्ट जीवनचरित्र
(गुजराती), लेखक-पन्यास श्री रंगविमल जी गणि के शिष्य मुनि कनकविमलजी।
श्रीमद् पंन्यासप्रवर श्री मुक्तिविमल जी गणिवांसु संक्षिप्त जीवन चरित्र। ४. श्री रंगविमलसूरीश्वर जी महाराज, संक्षिप्त जीवनचरित्र, लेखक-आचार्य श्री
कनकविमल सूरीश्वर जी महाराज।
पार्श्वनाथ विद्यापीठ परिवार उक्त सहयोग के लिए आचार्य श्री के प्रति आभार प्रकट करता है।
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