Book Title: Siddhachal Vando Re Nar Nari
Author(s): Mahendrasagar
Publisher: Mahendrasagar

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Page 10
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir कहाँ क्या मिलेगा ? श्री सिद्धगिरिराज की स्तुतियाँ श्री सिद्धाचल नयणे जोतां श्री शत्रुंजय तीर्थपति श्री आदिजिन स्तुतियाँ पहला तलेटी चैत्यवंदन सूत्र सहित प्रातःकालीन पच्चक्खाण सायंकालीन पच्चक्खाण देसावगासिक भावपूजा की पूर्णाहुति करते... १७ दूसरे शांतिनाथ प्रभु की स्तुति, चैत्यवंदन, स्तवन, थोय.... १८ तीसरे रायण पादुका की स्तुति, चैत्यवंदन, स्तवन, थोय .. १९ चौथे पुंडरिक स्वामी की स्तुति, चैत्यवंदन, स्तवन, थोय..२२ पांचवें आदिनाथ प्रभु की स्तुति, चैत्यवंदन, स्तवन थोय २४ घेटी पगला की स्तुति, चैत्यवंदन, स्तवन, थोय .२५ चैत्यवंदन विभाग (१) सिद्धाचल शिखरे चढी (गाथा ६) (२) श्री शत्रुंजय सिद्धक्षेत्र (गाथा ३) (३) श्री शत्रुंजय महात्म्यनी (गाथा ३) (४) प्रेमे प्रणमो प्रथम देव (गाथा ३) (५) शत्रुंजय शिखरे चढिया (गाथा ३) (६) ए तीरथनी उपरे (गाथा ३) (७) सिद्धाचल गिरि वंदीए, (गाथा ३) (८) प्रथम नमुं श्री आदिनाथ (गाथा ३) (९) विमल- केवल-ज्ञान कमला (गाथा ८) For Private and Personal Use Only २ ४ ६ १३ .१६ १७ ....... .२७ .२७ .२८ .२८ .२८ .२९ .२९ .२९ .३०

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