Book Title: Siddhachakra Aradhan Keshariyaji Mahatirth
Author(s): Jitratnasagar, Chandraratnasagar
Publisher: Ratnasagar Prakashan Nidhi

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Page 66
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उज्जैन शहर के अन्य जिनालय श्री आविश्वरजी का जैन मन्दिर (श्री विजय हीर सूरी बड़ा उपाश्रय) श्री ऋषभदेवजी के मन्दिर के पास ही बड़ा उपाश्रय पर श्री आदिश्वरजी का प्राचीन शिखरबद्ध मन्दिर है। यहां पर ऊपर के देरासर में श्री चिन्तामणि पाइर्वनाथजी की भव्य प्रतिमा है। Padam श्री आदिश्वर जी । ॐ88 यहां माणीभद्र वीर की विशाल काय प्राचीन व भव्य प्रतिमा मनोवांछित फलदायक है। इसके परिसर में एक उपाश्रय भवन (हॉल) है । पास ही साधु-साध्वीजी म. सा. के ठहरने की उत्तम व्यवस्था है। यहां पर्व तिथि को मायम्बिळ होते हैं। EMAITHEATRE HEATRE ॐ088839808 श्री माणीभद्रवीर श्री चिन्तामणि पाश्र्वनाथ जी का मन्दिर यहां से चिन्तामणि पाश्वनाथ जी का मन्दिर दस-बीस कदम की दूरी पर हैं । परिकर युक्त चिन्तामणि पाश्वनाथ प्रभु की प्रशमरस निमग्न भव्य प्रतिमा है। यहां की प्रतिमा दो हजार वर्ष प्राचीन मानी जाती है। मन्दिर शिखर बद्ध होकर दर्शनीय है। श्री चिन्तामणी पाश्वनाथ (53) For Private and Personal Use Only

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