Book Title: Shrutsagar 2019 09 Volume 06 Issue 04
Author(s): Hiren K Doshi
Publisher: Acharya Kailassagarsuri Gyanmandir Koba

View full book text
Previous | Next

Page 19
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 19 September-2019 ॥२॥ SHRUTSAGAR प्रणमइ सहूइ पदकमल, मुनिवर मानइ जास एकमनां सहू सांभलु, गुरु श्रीलखिमीकल्लोल। तेह तणा गुण गाइतां, ऋद्धि वृद्धि रंगरोल ॥३॥ ढाल ॥६॥धन.. वडथल नयर सुहामणुं, तिहां वसई बहु श्रीवंत। वायडा वंश सुहाकरू', साह नाईउ रे तिहां सुख विलसंत कि॥ धन धन ए मनिराज सखी आज रे, मझ सकल दिणिंद कि, जिम तेजिइं रे, दीपइ सूरिज चंद कि। जसु समरईरे, भाजइ भवदंद कि, जसु वंदिईरे, अति परमाणंद कि ॥४||धन धन..(आंचली) तेह तणइ घरि स्त्री अछइ, रूपिइं करी अभिराम। शीलवंति(वती) सीता समी, मृगनयणी रे नागलदे नाम कि ॥५॥धन... प्रीयस्युं रंगि रमइ घणुं, भोगवइ लीलविलास। पिउ पसाई मन तणी, वली नित नित पुहचइ सवि आस कि पुत्ररत्न जिणि जनमीउ, रूपिइं अनोपम इंद। लोचन अमीअ कचोलडां, मुख सोहइ रे जिस्यु पूनिम चंद कि ॥७॥धन... बार दिवस वउल्या जिसिइं, अति करिउ उछव ताम। फईयर सवि मिली, तव दीधउं रे तस रतन सुनाम कि ॥८॥धन... नान्हपणि विद्या भणी, सीख्या ति सघला अंक। हीइ सुमति अछइ घणी, तव लीधा रे सवि लिपिना लंक कि लक्षण बत्रीसइ भलां, सोहइ ति सघले अंगि। कुंअर ते क्रीडा करइ, बहु मित्रस्युं रे तव मननइ रंगि कि ॥१०॥धन... नव वरस वउल्यां इम रमंता, जोउ इणि प्रस्तावि। मिल्यु योग सहिगुर(रु) तणउ, तव कुंअर रे वंदइ मनभावि कि ॥११॥धन... ___ ढाल वयण सुणी सहिगुरु तणां ए, हीअडइ हूउ वयराग कि । लाग नहीं संसार ए, साधिसु जिनधर्म-माग' कि। १. सोभाने करनार, २. गया, ३. फोइ, ४. (अक्षरोना) मरोड, ५.मार्ग, ॥९॥धन... For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36