________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
श्रुतसागर
64
10वीं सदी से 20वीं सदी पर्यन्त हस्तप्रों में प्रयुक्त संयुक्ताक्षर
क् क का
क्खखक का रक
च्छ से
ग्गज ग्रा घग्घग्घ चचच ह ज्ज जी हा ज्ञ ज्ज ६ ज्झ ज्जज्ज्ञ ब्र नद्य ज्ञ ज्ञज्ञज्ञ ञ्च च
who fat tus & mc nuw hor
न
त्य कल37
६ ६ द्ध हड्
प् प्फ
व्व. ल
224
ट्य ट्या
त्यत्यय द्य द्य ध्यायस्या न्य न्य न्य भ्य त्या म्य म् र्य ह्य क्र
एस ए
H
च्छव त्स्य स्य क्त्रन क्त्र
ल्ब ल्लू त्व
ख एव इव
स्त्व सूत्र झु
उन न
एक यू रक
न न न नूनू नू न
สี่ สี่ प्र प्र
www.kobatirth.org
सभ म्स स
व्य य्य
ल्ल लहर व्वव
क्य का का क्य व्य हा व्य ज्य राज्य
05
ray Ek fo
EN
श्न श्र
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
पद ए एह म्ह म्ह व स्व झु स्व क् दल ब्ल ब्ल ह्न नह्न क्वा क्ष कू दा दक्ष क ज्व ज्ञ. ज्ञ ज्व ज्व ष्यम द व ६ ह्र
स्य सु स्व स्घ
मे - जून - २०१५
LC
For Private and Personal Use Only
त्क के कि
त्ख व त्स स तक्त न्त त्र पू स स प्र त्म ब्द ६ ६
० ॥ ॥ व ६०३ * ठगबा