Book Title: Shantiavatar Shantinath Diwakar Chitrakatha 007
Author(s): Vidyutprabhashreeji, Shreechand Surana
Publisher: Diwakar Prakashan

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Page 24
________________ शान्ति अवतार भगवान शान्तिनाथ | इसके बाद चक्र रत्न आयुधशाला से निकलकर पूर्व दिशा की ओर चल पड़ा। उसके पीछे महाराज | शान्तीनाथ अपनी विशाल सेना सहित छः खण्डों पर विजय करने निकल पड़े। ६ Bam pronne Morn mot उ य Jain Education International Fesbanelab T समुद्र किनारे सेना ने पड़ाव डाला। महाराज मागधतीर्थ की दिशा में मुँह करके सिंहासन पर बैठ गये। जिसके फलस्वरूप मागध तीर्थ के रक्षक मागधदेव का सिंहासन डोलने लगा। Files Tre 24 For Private & Personal Use Only Cel WIL Jaanm Pップ (Paa (www.jainelibrary.org

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