Book Title: Shabdaratnamahodadhi Part 2 Author(s): Muktivijay, Ambalal P Shah Publisher: Vijaynitisurishwarji Jain Pustakalaya Trust Ahmedabad View full book textPage 2
________________ शब्दरत्नमहोदधिः [ द्वितीयो भागः ] * ( अजोड संस्कृत - गुजराती शब्दकोश संशोधित - संस्कारित परिवर्धित आवृत्ति ) * संकलनकर्ता प. पू. आचार्यदेव श्री विजयनीतिसूरीश्वरजी म. सा.ना शिष्यरत्न पंन्यासप्रवर Jain Education International श्री मुक्तिविजयजी गणिवर * प्रेरक प. पू. आचार्यदेव श्री विजयमहेन्द्रसूरीश्वरजी म. सा. ना शिष्यरत्न परमपूज्य आचार्य श्री हेमप्रभसूरीश्वरजी म. सा.. * तृतीय आवृत्तिना संपादक संशोधक संवर्धक पं. श्री अंबालाल प्रेमचंद शाह व्याकरणतीर्थ * -- प्रकाशक: श्रीविजयनीतिसूरीश्वरजी जैन पुस्तकालय ट्रस्ट अमदावाद - १ For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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