Book Title: Satyartha Chandrodaya Jain arthat Mithyatva Timir Nashak
Author(s): Parvati Sati
Publisher: Lalameharchandra Lakshmandas Shravak
View full book text
________________
७-साधनों के चिन्ह और धर्म ___७-पञ्चयम (पांचमहावत के) पालनेवालों कोसाधु कहते हैं अर्थात् श्वेतवस्त्र. मुखवस्त्रका मग्व पर बांधना, एक ऊन आदि का गुच्छा (रजोहरण) जीव रक्षा के लिये हाथ में रखना, काष्ट पात्र में आर्य गृहस्थियों के द्वारसे निदीप भिक्षाला के आहार करना। पूर्वोक्त ५ पञ्चाश्रव हिना १ मिथ्या २ चोरी ३ मेथन ममत्व ५ इन का त्यागन और अहिंसा नत्यमस्तेयं ब्रह्म चर्चापरिग्रहमा इन उक्त (पञ्च महानतोंका धारण करना अर्थात् दया ? सत्य२ दत्त ३ ब्रह्म चर्य र निमरत ५ व्या. जीव रक्षा) अर्थान स्थावगदि कीटी ने कुञ्जर पर्यन्न नर्व जीवों की रक्षा कर धर्ममें चन्न का करना ? सत्य (मच बोलना। २ दन (गृहम्बियों का दिया