________________
१२
.
श्री सरस्वतीमहापूजन
श्री सरस्वती मातानी प्रार्थना (सोळ नाम गर्भित) (राग-प्रभातियो-जागने जादवा कृष्ण गोवाळीया)
सरस्वती मातने ऊठी प्रभातमां,
तन-मन एक करी नित्य नवीए, सरस्वती मातना पुण्य पसायथी,
ज्ञान संपत्ति सौभाग्य वरीए.........१ भारती मातना सुभग उच्चारथी,
मनुजनी मति अतिशय वाधे, सरस्वती मातनुं नाम जे जन जपे,
बुद्धिना आठ गुण तेहने लाधे......२ फूल-अगरु ने कस्तूरी चंदनथकी,
पूजीए शारदा देवी भावे, हंसवाहिनी नाम सुखदायिनी,
समरतां लील विलास थावे.........३ जगत विख्याता देवी त्रिपुरा भली,
भक्ति करतां भवभीड भांगे, मात वागीश्वरी गुणथी गरीयसी, ___आपजो ज्ञाननुं दान रागे... देवी कुमारीने नित्य हुं समरूं छु,
___ भक्तिभावे मुदा ध्यान योगे, हस्तवीणा तथा पुस्तकधारिणी,
देवी श्रीने जपो शुभ योगे...........५ ब्रह्मचारिणी देवीने हुं विनवू,
दासनी विनति दिल लेजो, देवी श्री वाणीनी ब्राह्ममुहूर्तमां,
मन-वच-कायथी सेव करजो........६ देवी श्री भाषानी आशा मुजने घणी,
........४
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org