Book Title: Saraswat Vyakaran
Author(s): Unknown
Publisher: ZZZ Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 11
________________ नं गवाजिनं अगए प्र०२१०११ एऐऐ अवर्णएकारेऐफारेचपरेसहरोकारोपावनि १२ स्वरि णी स्वरिणी प्रकृतिप्रत्ययोमध्येपत्ययाश्रितकार्य औदास्यात् नित्यानित्ययोर्मध्यनियविधिर्व लवान उओ अवर्णउवर्णपरेसहोपावनि १३ओओओ अवर्णओकारेओकारेचपरेसह औकारोभवति २४ अक्षऊहिणी अक्षौहिणी भऊदःपोटः इतिगवादयः अविहितलक्षणप्रयोगांगवादाद्रष्टव्यः गवाक्षश्चगवेदश्चगवागचगवाजिन स्वरमक्षोहिणीपीढएसेपोक्ता गवादयः११ क्वचिखरवद्यकार: ययाऽध्यपरिमाणे गोयूनिःगव्यूनिःकोशयुगलं अन्यथाः ध्वनः परिमाणाभावेगवामिश्रीभावोगोयूतिः एआय ऐकार आयुभवनिस्चरेपरे १५नेअकः नायकः ओआव् औकारआवावतिस्परेपरे १६ नौइह नाविह वापिशवापदांते पदांतेस्थितानामयादीनांयकारबकारयोपिशवाभवति १७ तेआगता तागता नयागता पटोइहप टइह पटावह तस्मैआसनं तस्माआसनं तस्मायासन असोइंदु: असाइंदुः असाबिंदुः लोप शिपुनर्नसंधिः छेसितुभवनि १-२सरचेनि देसरवनि हेसरवयिति एदोतोतः पदांतेस्थिता

Loading...

Page Navigation
1 ... 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 ... 316