Book Title: Saraswat Vyakaran
Author(s): Unknown
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 13
________________ इहि शिवेहि ओमिनित्य ओमिपरेनियमवर्णस्य लोपोभवति २३ स्वरोम् स्वरोम उओमः २सू.१३ गंगाउदकं गंगोदकं कसर अवर्णक्रवर्णपरेसहारनवनि २४ नकादिः तबाईः | रायपोटिम २.५० वचिदार अवर्णवणेपरेसह सचिदाभवान२५ ऋणकणं ऋणा ण शीतऋतःशीतातः ऋतेचतृतीया समासेएचा १९ २६ अन्यत्र परमतः उपसर्गादवर्णाताई कारादोधातोआर्भवति २७ उपार्छनि प्राईति ऋकारादीनामधानोवा २८ उपार्षभीयति उप भीयति प्रार्षशीयति प्रर्षभीयति ऋकारादो आरनेतिवाच्यं २९उपरिकारीयति उपकारीय ति लाल अवर्णलवणेपरेसहअलभवति ३० तवलकार: नवल्कारः कलवर्णयोः सावर्ण्यवक्तव्य ३१ कल्वर्णस्थानिकत्वादलयोरपिसावर्ण्यवाच्यं होतृलकारः होतृकार होत्लकार: परिअंकः इयंस्वरे (मरसू०१० रायपोहिः (म०२सू०५०पर्यकः पल्यंकरलयोईलयोश्रवण सयोर्बदयोस्तथा वदंत्येषाचसावर्यमलंकारविदोजनाः १५ एऐऐ अवर्णएकारेऐकारेचपरे|| सहऐकारोभवनि ३२ वरषा नवेषा तवऐश्वर्यतवैश्वर्य ओओओ अवर्णओकारीका

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