Book Title: Sarasvatikanthabharanam
Author(s): Dhareshvar Bhojdev, Kedarnath Sharma, Vasudev L Shastri
Publisher: Pandurang Jawaji
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________________ पद्यानि 615 पृष्ठाङ्काः। पद्यानि पृष्ठाकाः गृहीतो यः पूर्व परिणयगेहादू याता सरितमुदकं 511 | चकार काचित्स्तन चन्दनाङ्के 618 गेहंति पिअअमा पिअ- 668 चक्रं वा मधुहा कृतान्तगृहिणी 681 गैह पलोएह इमं चक्षुर्यस्य तवाननादपगतं 702 गोत्तक्खलणं सोऊण चंञ्चत्काञ्चनकाञ्चयो . 247 गोनासाय नियोजिता चत्व(त्त)रघरिणी पिअदंसणाअ 699 गोरंगउ तरुणिअणो चन्दणधूसरअं आहुलिअ 308 गोलाअडट्ठिअं पेच्छिऊण चन्दनं विषधराश्रयः शशी 613 गोलाविसमोआरच्छलेण 347,635 चन्दनप्रणयोद्गन्धिः 123 चन्दनारण्यमाधूय 322 |न्थिमुद्रथयितुं हृदयेशे चन्दसरिसं मुहं से 400,616 ग्राव्णा नासि गिरेः क्षता चन्दो कंदप्पमित्तं 287 घ. चन्द्रज्योत्स्नाविशदपुलिने 454 घनं विदार्यार्जुनबणपूर्ग चन्द्राननचन्द्रदिनं 262 घनगिरीन्द्रविलङ्घन चन्द्रापीडं सा च जप्राह कण्ठे 633 घनाघनाभस्य महीमहीयसः 199 चन्द्रापीडोऽथ संजातपीडः 694 घरणीअ अकइअव्वं 673 / चन्द्रायते शुक्लरुचापि 411 घरिणिघणत्थणपेल्लण चन्द्रोऽयमम्बरोत्तंसः 358 घरिणीए महाणसक चपलो निर्दयश्चासौ म्मलग्ग 438,685 चम्पककलिकाकोमलकान्ति 147 घूर्णमाननयनं स्खलत्कथं 587 1. पचस्तवी 1.10. 2. काव्याद० 1.49. 3. काव्याद० 2.238. 1. उत्तरराम० 3-40. 2. गा० 4. गा० स० 3-13.. 5. कादम्बरीस० 2-100. 3. गा० स० 5-96. | कथा० 8-80. 6. कादम्बरीकथासारे 4. विद्धशालभ० 1.3. 5. गा० स० | नास्ति. 7. नमिसाधोष्टीकायां रुद्रटका. . . 2-8. 6. गा० स०.२.९३. 7. शि- व्या० 8-28. 8. काव्याद० 2-194, शुपा० 10.63.8. किराता० 15.50. 9. काव्याद० 2-271. 10. रुद्रटका९. भट्टिः 10-15. व्या० 4.19. 478
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