Book Title: Sanskrit Sahitya Ka Itihas
Author(s): V Vardacharya
Publisher: Ramnarayanlal Beniprasad

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Page 7
________________ ( २ ) अध्याय ८. ऐतिहासिक महाकाव्य - - रामायण ऐतिहासिक महाकाव्य की विशेषताएँ -- रामायण का रचयिता -- उसका रचनाकाल -- उसकी प्रसिद्धि - - रामायण के टीकाकार । ― ६. महाभारत --- महाभारत के विकास की ३ अवस्थाएँ —— जय, भारत और महाभारत —— रचनाकाल -- महत्त्व -- हरिवंशपर्व- उपाख्यान -- टीकाकार -- रामायण और महाभारत को तुलना । पृष्ठ ५२-७२ १२. काव्य - साहित्य -- कालिदास कालिदास का समय —— उनके ग्रन्थ -- रघुवंश और कुमारसम्भव । १३. काव्य - साहित्य, कालिदास के बाद के कवि ७३-८६ १०. पुराण पुराण का लक्षण -- पुराणों का महत्त्व -- पुराणों का वर्गीकरण और उनके लेखक -- पुराणों का संक्षिप्त विवरण -- उपपुराण | ११. काव्य - साहित्य का काल -- कालिदास से पूर्व का काल महाकाव्य की विशेषताएँ -- कालिदास के पूर्ववर्ती कविवाल्मीकि, पाणिनि, वररुचि और पिंगल । ८७- ६५ अश्वघोष --मैक्समूलर का पुनरुद्धारवाद - - भारवि, माघ, आदिकवि -- इस काल के काव्यों की विशेषताएँ । १४. गीतिकाव्य गीतिकाव्य को विशेषताएँ —– गीतिकाव्य के दो भेद -- श्रृंगारिक गीतिकाव्य और धार्मिक गीतिकाव्य | ६६-६८ ६- १०६ ११०-१३८ १५. नीति-विषयक और उपदेशात्मक काव्य इस काव्य को विशेषताएँ -- इस काव्य की उत्पत्ति और विकास — अन्योक्ति काव्य । श्रीहर्ष १३६ - १५३ १५४-१६०

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