Book Title: Sanskrit Prakrit Hindi Evam English Shabdakosh Part 03
Author(s): Udaychandra Jain
Publisher: New Bharatiya Book Corporation
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स्तेनानन्द, घेणाणंद, वि० स्तनानुबन्धी, पर वस्तु का ग्रहण में आनन्द करने वाला, पर विषय हरणशील, joy in other thing getting. स्तेयिन्, थेइ, पुं० [स्तेय + इनि] चोरी, लुटेरा, thief, robber.
स्तै, थे, सक० पहनना, अलंकृत करना, to put on, to adorn.
स्तैनम्, घेणं, नपुं० [स्तेन+अण्] चोरी, लूट, theft, robbery.
स्तैन्यम्, थेणं, नपुं० [स्तेनस्य भावः ष्यञ् ] चोरी,
लूट, theft, robbery. स्तैन्य:, थेण्णो, पुं० चोर, लुटेरा, thief.
स्तैमित्यम्, थेमिच्च, नपुं० [स्तिमित + ष्यञ् ] स्थिरता, कठोरता, fixedness • जड़ता, rigidity, immobility.
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स्तोक, योग, वि० [स्तुच् घञ्], अल्प, थोड़ा, + अल्प, कम, little, • छोटा, लघु, small, short, few, low.
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स्तोकः, थोगो, पुं० स्वल्पमात्र, बूंदभर, a small quantity, • सात उच्छवास प्रमाण, sure of seven breathness. स्तोकम्, योगं, अव्य० जरा सा थोड़ा सा किञ्चित् भी, less, small.
स्तोककाय, थोगकाअ, वि० छोटे शरीर वाला, बौना, वामन, ठिगना, little bodied. स्तोकशः, थोगसो, अव्य० [स्तोक शस्] थोड़ा थोड़ा करके, कमी के साथ, by little, sparingly.
स्तोतव्य, थोअव्वं, वि० [स्तु + तव्यत्] श्लाघ्य, प्रशंसनीय, fit to be praised.
स्तोतृ, थोड, पुं० [स्तु तृच्] प्रशंसक, स्तुतिकर्ता, praiser.
स्तोत्रम्, धोतं, नपुं० [स्तु ष्ट्रन्] स्तुति, स्तवन, स्तव, प्रार्थना, स्तवक, गुणानुवाद, अर्चना, भक्ति, praise, eulogium, • प्रशंसा पाठ, a hymn of praise, panegyric. स्तोभः, थोहो, पुं० [स्तुभ् घञ्] रोकना, अवरुद्ध करना, stopping, obstructing, • विराम, यति विश्राम, stop, pause,
निरादर,
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संस्कृत - प्राकृत-हिन्दी एवं अंग्रेजी शब्द कोश
तिरस्कार, disrespect contundy • सूक्त, प्रशस्ति, praise. स्तोमः, थोमो, पुं० [स्तु praise, eulogium,
मन्] स्तुति, प्रशस्ति, संग्रह, समुच्चय,
·
समूह, collection • संख्या संघात, ढेर, number, group.
स्तोम्य, थोम्म, वि० [स्तोम + यत् ] श्लाघ्य, प्रशंसनीय, happiness, praiseful.
स्त्यान, धाण, वि० [स्त्यै+क्त] ढेर के रूप में संचित, collected into a mass, घनीभूत, ठोस, स्थूल, , thick, bulky, grass, • पिण्डीभूत, • मृदु, स्निग्ध, कोमल, चिकना, स्त्यायतीति स्त्यानं स्तिमितचित, soft, bland, smooth,
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unctuous.
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स्त्यानम्, थाणं, नपुं० स्वप्न स्त्याने स्वप्ने सुप्त अवस्था, sleepness, • सघनता, ठोसपना, thickness, unctuousness, • प्रतिध्वनि, गूंज, sound, चिकनाई, ढीलापन, sloth, idleness, echo. स्त्यानगृद्धिः, धाणगिद्धि, स्त्री० सुप्त अवस्था में विशेष सामर्थ्य स्त्याने स्वप्ने गृध्यते दीप्यते यदुदयात रौद्रं च बहु च कर्मकरणं सा स्त्यानगृद्धिः । (भ० आ० वृ० 2054 ), a kind of sleep, सोते सोते ही बेहोश अवस्था में ही जिससे बड़ी भारी ताकत प्रकट हो जाए ऐसी नींद को स्त्यानगृद्धि कहते हैं स्त्यायति क्रिया के स्वाप अर्थ में ही गृद्धि / उत्तेजना होना (त० सू० पृ० 124, 8/7)1
स्त्यायनम्, थायणं, नपुं० [स्त्य + ल्युट् ] भीड़ लगाना, समूह बनाना, समष्टि, collecting into a mass crowding, together. स्त्येन:, थेणो, पुं० [स्त्ये + इनच्] • अमृत, चोर,
nectar.
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स्वागन्वेषयः, थागणवेसओ, पुं० मुनिधर्म, sage act. स्त्री थी, स्त्री० [स्त्यायेते शुक्रशोणिते यस्याम् स्त्यै +
"
डप् ङीप् ] महिला, नारी, औरत, woman, • ( सुद० 102) दोषैरात्मानं परं च स्तृणाति छादयतीति स्त्री । (धव० ( धव० 1/340), प्रियोऽप्रियोऽथवास्त्रीणां कश्चनापि न विद्यते,
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