Book Title: Sanskar Bhaskar
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Page 515
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir संस्कार॥२८६॥ चश्रीपरमेश्वरप्रीत्यर्थअर्कीविवाहकरिष्ये // तदंगविहितंनिर्विघ्नतार्थगणपतिपूजनं भास्कर स्वस्तिपुण्याहवाचनमातृकापूजनंवसो राआयुष्यमंत्रजपंनांदीश्राद्धंचकरिष्येइ / |तिकृत्वा // तचनांदीश्राद्धंहेम्नाकर्तव्यं // कर्मार्थस्वकुलाचार्यत्वा॥ कन्यापिताय थासूर्योदेवानांचप्रजापतिः // तथात्वर्कप्रदानार्थमाचार्यत्वंकुरुद्विज // अपरमर्की दानाचार्यवृणुयात् // ततोवरः अर्कीगुल्मस्याग्रेतंदुलाष्टदलेमहीद्यौरितिक्रमेणपू र्णपात्रनिधानांतंकलशंप्रतिष्ठाप्यगंगाद्यावाह्याभिमंत्र्यवरुणसंपूज्य // तदुपरिअम्यु हत्तारणप्राणप्रतिष्ठांसंपाद्यस्वर्णमयीं छाययोसहितामर्कप्रतिमांप्रतिष्ठाप्य // वस्त्रोपव / स्त्राणिसमय॑ // आकृष्णेनेतिषोडशोपचारैः संपूज्यगुडौदननैवेद्यदत्वा // पूजनांते It 1 धर्मसिंधौमधुपर्कोत्तरमकावाहनायुक्तं // शांतिसारमयूखादावादौउक्तं // ककककoooooooooo // 286 // For Private and Personal Use Only

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