________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नालोक्ययथामतिमयाकृतः॥ याज्ञिकानांहितार्थायश्रीरामचरणार्पितः॥ 1 // भू नेत्ररसभूशाके १६२१प्रमाथिनिशुभेमधौ॥ऋषिसंज्ञेनरचितःसर्वसंस्कारभास्करः॥ ॥इति संस्कारभास्कारःसमाप्तः॥ इस पुस्तकका रजिस्टरी सब हक्क सन् 1867 का ऐक्ट 25 केवमूजब यन्त्राधिकारीने स्वाधीन रक्खा है. 0000000000000000000000cco OPOR00000000000 इदं पुस्तकं श्रीकृष्णदासात्मज-गङ्गाविष्णु,खेमराजाभ्यां मुम्बय्यां स्वकीये "श्रीवेङ्कटेश्वर" मुद्रालये मुद्रितम् / संवत् 1949 शके१८१४ मिति वैशाख शुद्ध 11 For Private and Personal Use Only