Book Title: Sanskar ABCD
Author(s): Priyam
Publisher: Ashapuran Parshwanath Jain Gyanbhandar

View full book text
Previous | Next

Page 5
________________ ABCD आ जाता है, तो समझ लें कि रिमोट उसके हाथ में है। टी.वी. का Adds आपको आकर्षित करे और आप आकर्षित हो जाएँ, तो समझ लें कि रिमोट उसके हाथ में है। यही तो हमारी गुलामी है। आजादी उसे कहते हैं कि रिमोट आपके हाथ में हो। किसी की ताकत नहीं कि आपको गुस्सा दिला सके या आपको ललचा सके| Indiaका Independence day भले १५thAugust को आता है, परन्तु आपका Independence day तब आएगा, जब आपका सुख किसी वस्तु, व्यक्ति या घटना के अधीन न होगा, बल्कि आपके अधीन होगा। __घन्टों तक लगातार बोलकर आखिर Wife थक गई। पैर पटकती हुई ऊपर चली गई। सोक्रेटिस को लगा कि चलो एक एपीसोड पूरा हुआ। बाहर आकर शान्ति से बरामदे में बैठ गया। Wife ऊपर तो गई, परन्तु अभी भी गुस्से के कारण उसका दिमाग फटा जा रहा था। ऊपर किचन था। जूठे बरतन धोकर उसका गंदा पानी एक तपेली में इकट्ठा किया था। Wife तपेली लेकर बाल्कनी में आई। देखा, नीचे सोक्रेटिस बैठा है। उसके माथे पर सारा पानी डाल दिया। कपड़े बिगड़े, सारा शरीर बिगड़ गया। परन्तु सोक्रेटिस धीमे-धीमे हँस रहा था। __My dears, हँसना आपका जन्मसिद्ध अधिकार है। जीवन की किसी भी परिस्थिति में इस अधिकार का उपयोग करना या ना करना आपके हाथ में है। सोक्रेटिस को हँसते हुए देखकर पड़ोसी ने पूछा, “Why are you laughing?" आपकी पत्नी आपको इतना परेशान करती है, और आप हँस रहे हैं? Why? __ सोक्रेटिस कहता है, "Everything is in order." पड़ोसी कहता है, "मुझे तो कुछ भी Order में नहीं लगता है।" सोक्रेटिस कहता है, "आपने कभी बादल देखा है? बादल क्या करता है?" पड़ोसी कहता है, "बादल तो गरजते हैं" सोक्रेटिस कहता है, "ठीक, फिर?" पड़ोसी कहता है, "फिर बरसते हैं।" सोक्रेटिस मुस्कुराते हुए कहता है, “Very good तो यह Wife इतना गरजी है, फिर बरसेगी तो सही ना?" Everything is in Order. Please make this your life-slogan. This is Art of living.

Loading...

Page Navigation
1 ... 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16