Book Title: Sanskar ABCD
Author(s): Priyam
Publisher: Ashapuran Parshwanath Jain Gyanbhandar

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ 12 ABCD the School? To learn? Well, then respect your teachers. That's the secret of well learning. ज्ञानप्राप्ति का रहस्य यही है - गुरु के प्रति सम्मान। ___आप Teachers की मश्करी करेंगे, उनकी बात नहीं मानेंगे, तो इसका नुकशान Teachers को नहीं होगा, बल्कि आपको होगा। इससे आपका मन चंचन बनेगा। Memory power - स्मरणशक्ति कमजोर होगी। याद किया होगा तो exam के समय भूल जाएंगे। जीवन में आगे नहीं बढ़ सकेंगे। Teachers हमारे लिए कितना सहन करते हैं! घर में रसोई बनाकर On time यहाँ touch हो जाते हैं। खड़े-खड़े गला फाड़कर हमें पढ़ाते हैं, हमारे प्रश्नों के उत्तर देते हैं। उनके इन उपकारों के सामने क्या हमारी कोई feelings ही नहीं है? ऊपर से बातें करके हम उनके काम को tuff बनाए? My dears! I ask you one question. Have you listened the name of Sachin Tendulkar? O.K. why? You can say - वह एक क्रिकेटर था। You can say - वह एक अच्छा क्रिकेटर और कैप्टन था। You can say - उसने सेन्चुरी बनाई थी। You can say - उसने डबल सेन्चुरी बनाई थी। You can say - उसे वर्ल्ड कप मिला था। right है? O.K. ____ I say आपके सारे जवाब अधूरे हैं। I tell you - Why do you know him? सचिन बहुत छोटा था। मुम्बई-विक्रोली में रहता था। एक ground में वह क्रिकेट सीखने जाता था, उसके कोच थे रमाकान्त आयरेकर। एक दिन उन्होंने सचिन से कहा, "सचिन, आज मुझे बाहर जाना है। आज मैं तेरे साथ नहीं रह सकता। तू Juniors के साथ खेलना।" सचिन ने कहा, "ठीक है, सर!" रमाकान्तजी चले गए। सचिन Juniors के साथ खेलने की जगह seniors की मैच देखने बैठ गया। चार घन्टे के बाद कोच आया, सचिन को बुलाया और पूछा, बोल कितना रन किया? सचिन थोड़ा डरते डरते बोला, "मैंने खेला नहीं, मैं seniors की Match देख रहा था। वे चौका-छक्का लगाते थे और मैं तालियाँ बजाता था।" रमाकान्तजी ने सचिन को एक जोरदार तमाचा जड़ दिया। सचिन छोटा था, दुबला-पतला था। वह

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16