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शुद्धयशुद्धिपत्र।
अशुद्ध
'पृष्ठ पंकि
... सक्षदाए ३०
शुद्ध पहला खण्ड (६००-१८८ ई.पूर्व)
सक्षटाए इ. उस देशका
उपदेशका .
६ ,
१४ २२
इस इत्यादि असन्ती अस्सके कारमहकल १०१८ शताब्दिक प्रसेनजी
इत्यादि भवन्ती अस्सक कारमाइकिल १९१८ शतानीक ਧਰ
संबंध मज्झिम.
धव
मज्झिम० स० .
७०६ २११-२१
१४
पाटील
स्वपवासदत्ता ३-अहिद रखनेवाली थी
थी। संस्था
२१ पृ. २१ पाटलि स्वासवदत्ता
३-ऑहिद रखनेवाले थे।
३२
२० १.
थी।
सभः
'३४ ५ परिधि में फैला बतलाया
१८ कोंब्लाग "४०८ द्वादशाडू
संख्या
भम० परिधिमें फैला बतलाता कोलाग द्वादशाम