Book Title: Samvat Pravartak Maharaja Vikram Author(s): Niranjanvijay Publisher: Niranjanvijay View full book textPage 8
________________ REEEDSeedseDESEDISE इस पुस्तककी विशेषताएँ MAVELBSVEINA@Jigove * AVESAVEDBAVEN SAAVEDBAVEZBATANGVEIS * आबाल वृद्ध सर्व जनोपयोगी अपनी राष्ट्रभाषा / सरल बोधक रोमाञ्चकारी शैली स्थान स्थान पर प्रसंग के अनुरूप मनोहर सुरेख और भाववाही चित्र * हिन्दी भाषा में बोधदायी दोहे * नीति, उपदेश आदि का वर्णन करते हुए संस्कृत सुभाषित * पुस्तक के अंतिम भाग में परिशिष्ठ के रूप में 'जैन साहित्य और विक्रमादित्य' लेख है जिस से संक्षिप्त रूप में विक्रम संबंधी जन साहित्य की जानकारी मिलती है. * अनुक्रमणिका के रूप में पुस्तक के अग्रिम भाग में सारे पुस्तक का टुक सार दिया है, जो व्याख्यानकार पूज्य मुनि भगवंतादि को बहुत उपयोगी बने. * चित्रों की विस्तृत सूची * इस तरह इस पुस्तक से बोध मिले और धर्म भावना की वृद्धि हो यह इस प्रकाशन की सफलता DAVIDOVE DEVE SADARBO AVETID RIBAVENDEPage Navigation
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