Book Title: Sachoornik Aagam Suttaani 07 Uttaradhyayan Niryukti Evam Churni Aagam 43
Author(s): Anandsagarsuri, Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Param Anand Shwe Mu Pu Jain Sangh Paldi Ahmedabad

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Page 6
________________ आगम भाग-7 "उत्तराध्ययन”- मूलसूत्र-४ (नियुक्ति: + चूर्णि:) अध्ययनं H, मूलं [-]/ गाथा ||-II नियुक्ति: । पूज्य आगमोद्धारकरी संशोधिता मुनि दीपरत्नसागरेण संकलिता: आगमसूत्र-[४३] मूलसूत्र-[०३] उत्तराध्ययन-नियुक्ति: एवं जिनदासगणिरचिता चूर्णि: : (निर्मुक्तिः - निशुक्ला । (४३) మంలో ప్రస్తుతం ఆ ప్రభువులకు श्रीमन्ति उत्तराध्ययनानि. प्रत सूत्रांक दीप prooriesroo कुलीन-कोटिकगणीय-वज्रशाखीय-श्रीगोपालगणिमहत्तरशिष्य(जिनदासगणिमहत्तर ) कृतया चूया समेतानि प्रकाशयित्री-मालवदेशीय रत्नपुरान्तर्गतश्रीऋषभदेवजी केशरीमलजीत्यमिधा श्रीश्वेताम्बरसंस्था. न्दौरनगरे श्रीजैनबन्धुमुद्रणालये-श्रेष्ठी जुहारमल मिश्रीलाल पालरेचा द्वारा मुद्रापयित्वा । कार संवत् २४५९. विक्रम संवत् १९८९. क्राइष्ट सन् १९३३. पण्यं ४-.-. ఔరం సంగా దర్శనం దాని अनुक्रम उत्तराध्ययन-चूर्णे: मूल "टाइटल पेज [6]

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