Book Title: Pravachansaroddhar Part 1
Author(s): Nemichandrasuri
Publisher: Bharatiya Prachyatattva Prakashan Samiti

View full book text
Previous | Next

Page 12
________________ W AONOMET MAR प्राक प्रवचनसारोद्धारे सटीके इयं प्रतिरपि आचार्यश्रीमद् विजयसिद्धिसूरीश्वरजी शास्त्रसग्रहसस्का, कागदपत्रोपरि त्रिपाठपद्धत्या । लिखिता। क्रमाङ्कम् ७९४, पत्राणि ३५० दैर्घ्यपृथुलते १४३४४३ इंच लेखनप्रशस्तिः -"...॥ संवत् १६०८ वर्षे मीती चैत्र सुदी १२ रचौ लपीतं समाप्त ॥..." (७) पो = इयं प्रतिः श्री जैन पोरवाल पंच जैनज्ञानभण्डार सत्का (पाडीव, राजस्थान), कागदपत्रोपरिलिखिता। क्रमाङ्कम् ४२, पत्राणि ३४५ देय पृथुलते १६x४६ इंच लेखनप्रशस्तिः- "संवत् १६४६ वर्ष भाद्रवा वदि १ गुरुवासरे लिप्यतं ।" इयं प्रतिः संवेगीउपाश्रयसत्का ( हाजापटेलनीपोल, अमदाबाद ) कागदपत्रोपरिलिखिता । क्रमाङ्कम् २२०३, पत्राणि ४१९, २२९ क्रमाके द्वे पत्रे विद्यते । दैर्ध्य-पृथुलते :- १०४४४४ इंच लेखनसमयः-१६६२ वर्षे अपाढ सुद्ध ९.

Loading...

Page Navigation
1 ... 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 ... 678