Book Title: Prashamratiprakaran
Author(s): Umaswati, Umaswami, Yajneshwar S Shastri
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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औदारिकप्रयोक्ता
क
कः शुक्रशोणितसमुद्भव
कर्ममयः संसारः
कर्मशरीरमनोवाक्
कर्मोदयनिर्वृत्तं
कर्मोदयाद्भवगतिः
कलरिभितमधुर
करण्याकल्प्यविधि
कश्चिच्छुभोऽपि
कार्मणशरीरयोगी
कार्याकार्यविनिश्चय
कारणवशेन यद्यत्
कालं क्षेत्र मात्राम् किञ्चित् शुद्धं कल्प्यम् कुलरूपवचनयौवन
कृत्स्ने लोकालोके
केचित्सात रिसा
अ
कोsa निमित्त
क्रोधः परितापकरः
क्रोधात्प्रीतिविनाशम्
क्लिष्टाष्टकर्मबन्धन
क्षणविपरिणामधर्मा
क्षपक श्रेणिपरिगतः क्षीणचतुष्कर्मा शो
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Appendix-III
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