Book Title: Prakrit Vyakaranam Part 2
Author(s): Hemchandracharya, Hemchandrasuri Acharya
Publisher: Atmaram Jain Model School
View full book text
________________
३९६
शिन् (छिद) ४/२१६ छिप (स्पृह. ) ४ / २५७ (,, ) ४/१८२
हि (स्पृशू) ४ / १८२
(०: क्रम्) ४ / १६०
छुप्प (ग्रुप) ४/२४९.
ह (क्ष) ४/१४३
(छ) ३/१७१
(ब) ४/१७०
जन्म (जागृ) ४/
(म्) ४/२१५
जम्प (क) ४/२
जम्भा (प्रथ० जम्भू ) ४/१५७
अम्म (जत्) ४/१३६
बब (यापि) ४/४०
(जन्) ४/१३६
बाग (ज्ञा ) ४/७
(जि) ४/२४१
जिम (भुज) ४/११० जिम्म (,, ) ४ / २३० जिव (जि) ४ / २४२. कीर (ज) ४/२५० कोह (लज्जू) ४/१०३. शुज (युज) ४/१०९ जुम्भ (युध् ) ४/२१७ जुन (सुध) ४/१०९ जुप्प (युज) ४/१०९ (खि) ४/१३२
कूर (घ) ४/१३५ जर (च्) ४/९३ खेम (भुज ) ४/११०
भव (शद्) ४/१३०
झम्प (भ्रम् )४/१६१ झर (स्म) ४/७४ : भर (क्ष) ४/१७३
2.
★ प्राकृतव्याकरणम् ★ झल (सं)४/१४० भट्ट (वि० लप) ४ / १४=
भङ्क ( उपा० लम्भ) ४ / १५६
(निः श्वस) ४/२०१
भण्ट (भ्रम्) ४ / १६१ झा (ध्ये) ४/६
झुण (जुगुप्स्) ४/४
भूर (स्मृ) ४/७४ टिरिटिल्ल (भ्रम् ) ४/१६१ fefaferee (nus) ४/११५. (30747) /qu
ठा (स्था) ४/१६
(दह) ४/२४६
डर (स्) ४/१९८
डहल (पि) ४:१०
डिम्भ (स्) ४/१९७ Bee (छद्) ४/२१ डण्डल (भ्रम) ४ / १६१
इण्डोल ( गवेषु) ४/१८९
(ं) ४/१५५. स (वि० वृत्) ४/१९८
fare : म ) ४ / ९९
दुल्ल (ग) ४/१८९
हुण्डुल्ल (भ्रम् ) ४/१६१ तुम (भ्रम्)
खुस (,, )
#3 13
ज्ज (ज्ञा) ४/२५२ गड (गुप्) ४ / १५०
(ज्ञा) ४/२५२
11 12
आर (कृ) ४ / ६६ णिउड्डु (भज्ज्) ४ १० १
(क्ष) ४/१७३ चिल (दि) ४ / १२४ निकर (क्षि) ४/२०
कोड (छि) ४ / १२४
धातुपाठा
पिटुआ (क्षर् ) ४/२७३ हि (वि० गल्) ४) १७५ हि (कु) ४ / ६७
मि (नि० अस्) ४/१९९ जिम्मह ( गम् ) ४/१६२ णिरणास (नश्) ४/१७८ णिरिणञ्ज (पि) ४/१८५ निरिध (नि० लीड ) ४/५५ गिरणास ( गम् ) ४/१६२ future (प) ४/१८५ : (उतु लिङ्) ४ / २०२ गिलोय (नि० लोड) ४/५५ खिलुक्क (,,,, ) fugee (तु) ४/११६ पिल्लुच्छ (मुच्) ४/९९ पिल्लर (छिद्) ४/१२४
1
""
वह ( गम् ) ४ / १६२ fras (नश्) ४ / १७८ विह (पि) ४ / १८५ रिव्वड (नू) ४/६२ विवर (क) ४/३ विर (छिंद्) ४/१२४
खिल (मुच्) ४/१२
पिवा (वि श्रम् ) ४/१५९ निकोल (क) ४/६१९
वि (कम् ) ४/४४ सिहोड (निर्० वृ० पत्) ४ / २२ free (नम्) *४/१२८
णी ( गम् ) ४ / १६२
(..). नीरव (बुभुक्ष) ४/५
नीरव (ग्रा० क्षिप्) ४ / १४५ gas ( गम् ) ४/१६२ गोलुञ्छ (कृ) ४ /७१ पोसर (रम्) ४/१६८
WILDASANGGAPAN=

Page Navigation
1 ... 411 412 413 414 415 416 417 418 419 420 421 422 423 424 425 426 427 428 429 430 431 432 433 434 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461