Book Title: Pathikvaggatthakatha
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri
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गहपतिनेचयिकाति - ९ गहपतिमहासाली - ११२
गहपतीति - १६१ गतब्बबुद्धगुणायेव ५४
गारवोति २२६
गाविं - १३४ गिज्झकूटन्ति- १३१ गिद्धोति ६९
गिरिराजा - ७७ गिलानपच्चयो - १८१
गिलाना - २०७ गिहिभूतेन ११८ गिडिविनयो १२८
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गिहिविनयं - ११३ गिहिसोतापना ८५ गुणदीपिका- ७९ गुणानुसरणं - २०० गुळासवो - ११५ गूळ्हजिव्हा १०९ जातो - १९ गोकाणन्ति - २३
गोचरगामं - १, ४,२६,५१, ११२
गोतमन्ति - १३२
गोतमो - ५, ८, ९, १०, १३, १६, १८, ८१, ८७
गोतमोति - १५९, १७३
गोपुरट्टालकयुत्तं - ११२ गोमयपिण्डमत्तम्पि - ४८
गोमुत्तवता १४८
गोरक्ख - ४९ गोवीथीति - ४६
घ
घनपथवियं - १४० घनस १८२
दीघनिकाये पाथिकवग्गट्ठकथा
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घरावासो१२१ घातितभावं - ९७
घानविज्ञेय्या - २८
च
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चक्कपेय्यालतो - ७४ चक्करतनमत्थके- २९ चक्करतनं २९ चक्कलक्खणं - ९६ चक्कवत्तिराजा १४१ चक्कवत्तिसिरीविभवो - २९ चक्कवत्तिसुतं २६ चक्कवाळसमीपेन ४६ चक्कवाळेसु ९७
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चक्कवाळं ४४, ७३, ९३, १४५
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चक्कानीति - २२३ चक्खायतनं
१६२ चक्करणीति - ७२ चक्खुद्वारारम्मणे २०१ चक्खुनाति १८८ चक्खुपटिहननसमत्थतो - १६२ चक्खुपसादो १६७
चक्खुमा १३१ चक्रूपं १४७
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चक्वान्ति - १९७ चक्वणसङ्घातं १६२ चविञ्ञाणुप्पत्तिनिवारणेन ४४
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चक्युविय्या - २८. चक्दुसम्फस्सर्ज १६३ चक्नुसम्फस्सोति - १९७ चकमतीति - ४० चण्डालपुत्तो - १७ चतुक्कुण्डिकोति ४ चतुचत्तालीस ५२
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[घ-च]
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