Book Title: Pathikvaggatthakatha
Author(s): Vipassana Research Institute Igatpuri
Publisher: Vipassana Research Institute Igatpuri

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Page 308
________________ [स-स] सद्दानुक्कमणिका [५१] सीहनादो-११ सीहहनुलक्खणं-११० सुकतकम्मकराति-१२६ सुकसाळिकसद्देत्थाति-१३६ सुक्कविपाकन्ति-१८७ सुक्काति-४२ सुक्को -४२ सुक्कं-५९, १८७, २०१ सुक्खकललपटलं-४७ सुक्खविपस्सकस्स-१९६ सुक्खविपस्सको-६५ सुखदुक्खप्पटिसंवेदी-५० सुखदुक्खविपाकं- १८७ सुखदुक्खादिधम्मायतनं-८८ सुखनिप्फादकं-८४ सुखल्लिकानुयोगन्ति -८६ . सुखल्लियनानुयोगं-८६ सुखविपाकट्ठेनाति-६० सुखविपाकोति-२२५ सुखवेदनञ्च-१५८ सुखवेदना-२१४ सुखवेदनियो-१४३ सुखसञ्ज-१८२ सुखसेवनाधिमुत्तन्ति-८६ सुखुमपञ्जा-१०७ सुखुमरूपं-१६३ सुखूपपत्तियोति-१६६ सुगतमहाचीवरं-२७ सुगन्धोति-४७ सुचरितेनाति-९८ सुचिपरिवारोति-१११ सुञतानुपस्सनं-१८२ सुञतो-१६८,१६९, १७२ सुञवनेति-१२ सुञागारेसु-१७ सुतपरिसङ्कितेन-१६५ सुतमया-१६७ सुतावुधन्ति-१६७ सुत्तन्तपरियायं-६० सुत्तन्तपिटके-७४ सुत्तन्तपिटकं-७३,२१० सुत्तसन्तोसो-१७५,१७७ सुदस्सनोति-१३३ सुद्दा-४९ सुद्धचित्तस्स-२३१ सुद्धसङ्घारपुजोयं-९० सुद्धावासाति-१९४ सुधाकम्म-२१० सुनक्खत्तो-२,३,४,८ सुनिखातइन्दखीलो-४४ सुन्दरदस्सनो-१३३ सुन्दरहदया-१२० सुपरिमितपरिच्छिन्नं-२३० सुपरिसुद्धं-४७ सुप्पटिपन्नो-५९ सुप्पटिपन्नोति-५९ सुप्पट्टितसति-१८६ सुप्पतिहितचित्ताति-५८ सुप्पतिट्टितपादता-९४ सुप्पतिद्वितबुद्धीनं-२३१ सुभुजोति-९८ सुमत्थेरो-५९,६४ सुमनदेविया-३९ सुमागधायाति-१७ सुरभिकुसुमदाम-३१ सुरामदेन-११२ सुरं-११६, १२० सुवण्णकक्कटका-१३६ सुवण्णचम्पकपुप्फेहि-१४० सुवण्णतोरणं-९१ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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