Book Title: Parshvanath
Author(s): 
Publisher: Unknown

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Page 15
________________ 6000 nog S EX MANMarat S पांइक शिला पर बालक को विराजमान किया। क्षीरोदधितक रत्नों की पैडियां बना कर देवपंक्तियां बनाकर खड़े हो गये। वहां से हाथों हाथ जल ला रहे हैं और सौधर्म इन्द्र आदि १००८ कलशों से भगवान बालक का अभिषेक कर रहे हैं। huren MOTION 17

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