Book Title: Parshvanath
Author(s): 
Publisher: Unknown

View full book text
Previous | Next

Page 18
________________ राजा अश्वसेन ने भी बालक तीर्थकर का जन्मोत्सव मनाया LCSC अब तो बालक प्रभुबाल क्रीड़ा करने लगे। देवता लोग भी बालक का रूप बनाकर उनके साथ खेलते साते , खुशियां मनाते , नाचते गाते थे। JA4 20

Loading...

Page Navigation
1 ... 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28