Book Title: Panchsangraha Part 04 Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur View full book textPage 3
________________ 0 श्री चन्द्रर्षि महत्तर प्रणीत पंचसंग्रह (४) (बंधहेतु-प्ररूपणा अधिकार) 0 हिन्दी व्याख्याकार स्व० मरुधरकेसरी प्रवर्तक श्री मिश्रीमल जी महाराज 0 संयोजक-संप्रेरक मरुधराभूषण श्री सुकनमुनि । सम्पादक देवकुमार जैन - प्राप्तिस्थान श्री मरुधरकेसरी साहित्य प्रकाशन समिति पीपलिया बाजार, ब्यावर (राजस्थान) 0 प्रथमावृत्ति वि० सं० २०४१, पौष, जनवरी १९८५ लागत से अल्पमूल्य १०/- दस रुपया सिर्फ D मुद्रण श्रीचन्द सुराना 'सरस' के निदेशन में एन० के० प्रिंटर्स, आगरा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29 30 31 32 ... 212