Book Title: Nyayavatarvartik Vrutti
Author(s): Siddhasen Divakarsuri, Shantyasuri, Dalsukh Malvania
Publisher: Saraswati Pustak Bhandar Ahmedabad

Previous | Next

Page 510
________________ १०. टिप्पणगत वाद और बादी। २०७/MANOON.,२८१, का २०० वयोपपदी २०१ २०१ जादी १५,०, बगुणपर्वाववाद १४२ कादिवाईन ...10 .4,1९२. बपर्यायवाद बोबीपदान्ती बानियवादी २७ माईववादि महनव ११ १९८,२१२,२५०,१५०/निरालयवाद ११ मा १५,२४,२५,९५४ अनेकान्तवादी २५० निराडम्बनवादी २५१,१०५ पोहबार २०९ नितुकविनासवाद २१,२०० भावनाबाद अबखा-भवसाताबाद २८२ मेवायिक -११२, १४, भूवनवतावाद २८२,२॥ बमेदवादी २८०,२८५ १४५,104,1५०,१५५,१५९, मेदवार २१ १५ ,१२,१११,१९९. भौतिकवाद २५ १.1,106,101,10३,१८९, महायानी १९NSHIRO.४५, माध्यमिक ११,१२,100 २१,२२०,२१,२२२,२२४ २.१,२९४,९००,१०२ २२९.९१०,२०,२४,२४४, ११८,२५९,२५२-२५०, मीमांसक १९,11,४५, २१५-१६०,२0१,२०५,२७०, 104,18,1441 एकान्सामेदवावी १.0,101,100-100,100, २८.१८ २११,२५२बाव (दर्शन) १८९,191,1९९,१९४-१९५, ११४,२०९, काश्मीरवैमानिक २०८,२१-२२९,२१४-१५, बानियाद २१५-२३०,२०,२४० साविककन्यवाद २८२,२८३ २५०-२५१,१५८,२१७,१०१, पपरमाणुसमुदायवाद. २८२ पातिवाद २८०,२८२ चार्वाक ११०,११,१, परिणामवादी १९५-१९१,२५७ मीमांसावन २.१२.१,१२,११,१२५/परोक्षज्ञानवादी मीमांसासाब २३६ बापनीय २८५ प्रकृतिपरिणामवाद जैन १९,100-10१, मामाकर १५८,1५५,१७/पा योग (दर्शन) १९१,१९२ ११५.१५२,१५१,१५५,१५०, २४२,२४४,१५३,१५६/पोगाचार, ११,१५-१६५ .1461,100,10२,101,प्रवीलासमुत्पादबाद १९२,२५०/. १९०,२००,२१,२८२,२०५ १०२,१८५, १८९,१९, बाशावादी १०,00,२९५, योग १९५-१९५,२००,२०१,१०, बुर २०१२८१२८२ विज्ञानवाद ,101,२८२ २००,२०,२१५-२२०,ौर -४५,११,१११-विज्ञानवादी १५५,२४९,२६४ २२२-२२४,२२१,२२८ १५२,१५५,१५६, विज्ञानात १९२,२८३ २१५,२५,२३८,२४०,२२, १९१६९,१०२,७५,१८१ विधिवाद २०९ २४४,२४५,२४८,२९९,२५३, १८९,१९१-१९०,२००,२०४, विभज्यवाद २५०,२५८,२१५-२१५ २०६२१०,२२८-२३०,२५३ वेदान्त १५८,१४,१५,१८२, २०२,२७७,२७८,२७९,२८२, २१८-२५१,२५३-२५५, १८,१९,२२०,२२१,२२६, २८३ २५८-२१२,२६५,२१५, २२९,२५१,२५०,२०० १.१,२१५/परमाणुवादी परिणाम वार Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525