Book Title: Nyayavatarvartik Vrutti
Author(s): Siddhasen Divakarsuri, Shantyasuri, Dalsukh Malvania
Publisher: Saraswati Pustak Bhandar Ahmedabad

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Page 523
________________ २३.२ १३. टिप्पणगत शब्दों और विषयोंकी सूची । | खकाण १६१,१९७, हिताहितार्थ १२५ मानसशासकी रटिसे १५९ सामान्यसे वैषम्य २१५ हेतु मानस प्रत्यक्ष है २४७ स्वसंवेदन १४८,१५1,1५६कालादिमिको मानकर पक्षकेशव मिश्के मासे स्मृतिरूप ___ २४८,२४९ धमत्व २७२ २५८ शानस्याचार्यका मत २५० हेवामास शान्याचार्यका मत २४९ स्वार्थनिनिति रामानुजका मत २६३ स्वार्थव्यवसाय विषयक वार्तिककी तुलना स्वप्रकाश १४८स्वार्थाधिगमत्व । १५१ २७३ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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