Book Title: Nyayadipika
Author(s): Dharmbhushan Yati, Darbarilal Kothiya
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 4
________________ न्यायवि० न्यायवि. वि. लि. न्यायवि. वि. सि. न्यायसू० (चौखम्बा, काशी) न्यायाय ०टी० टि० न्यायावतारटीकाटिप्पणी (श्वेताम्बरकान्फस, बम्बई) पत्रपरी० परीक्षामु० पात० महाभा० प्रमाणनय० प्रमाणनि ० मनामी a प्रमाणमी० ० भा० प्रमाणसं ० प्रमाणसं० स्वो० प्रमाज } प्रभालक्ष० प्रमेयक o प्रमेयरo प्रवचनसा प्रशस्तपादभा● प्रकरण ० प्रकरणपि प्रमाणप प्रमाणपरी० प्र० प० प्रमाणमं प्रमाणवा० D ( १० ) ( अकल ग्रन्थत्रय) न्याविनिश्चय न्यायविनिश्चयविवरण ( वीरसेवामग्दिर, सरसावा ) लिखित } न्यायसूत्र पत्रपरीक्षा परीक्षामु० पातञ्जलिमहाभाष्य प्रमाणनयतत्वालोकालंकार (यशोविजयग्र०, काशी) माणिक ग्रन्थ, बम्बई) (सिंघोग्रन्यमाला, कलकत्ता) ( जनसिद्धान्त०, कलकत्ता) ( पं० धनश्यामदासजी का ) (चौखम्बा, काशी) प्रमाणनिर्णय प्रमाणमीमांसा प्रमाणमीमांसा भाषाटिप्पण प्रमाणसंग्रह प्रमाणसंग्रह स्वोपज्ञवृत्ति प्रमालक्षण प्रमेयकमलमानंण्ड प्रमेयरत्नमाला प्रवचनसार प्रशस्तपादभाष्य प्रकारणपञ्जका प्रमाणपरीक्षा प्रमाणमंजरी प्रमाणवासिक " (अकलकुग्रन्यत्रम ) 21 ( पं० महेन्द्रकुमारजी, काशी) (पं० फूलचन्दजी, काशी) (रायचन्द्रशास्त्रमाला, बम्बई ) ( चौखम्बा, काशी) ( चौखम्बा, काशी) ( जैन सिद्धान्तप्र०, कलकता ) (राहुलजी सम्पादित)

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