Book Title: MunisuvratJina Vandanavali
Author(s): Vijayanandsuri Smarak Trust Ahmedabad
Publisher: Vijayanandsuri Smarak Trust Ahmedabad

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Page 12
________________ STORRO AAR ८ श्रीमुनिशेखरसूरिवि रचिता स्तुतिः............. श्रीचारित्ररत्नगणि कृता स्तुतिः ......... सहस्रावधानिश्रीमुनिसुन्दरसूरि प्रणीता स्तुतिः .... श्रीजिनमण्डनगणि कृता स्तुतिः पता स्तुतिः ............... श्रीजिनप्रभसूरिप्रणीतः स्तवः .... श्रीजिनप्रभसूरिविरचितः स्तवः .......... श्रीदेवरत्नसूरिकृतः स्तवः ..................... श्रीधर्मशेखरगणिकृतः स्तवः ...... श्रीगुणविजयगणिविरचितः स्तव ...... श्रीकुलप्रभकविविरचितः स्तवः . कविश्रीपालविरचितं स्तवनम् .. .............. श्रीजिनपतिसूरिप्रणीतं स्तवनम् .............. श्रीजिनेश्वरसूरिप्रणीतं स्तवनम् ... श्रीसोमसुन्दरसूरि स्तवनम् ............ श्रीजिनप्रभसूरिकृतं स्तोत्रम् ........ श्रीजिनसुन्दरसूरि कृत स्तोत्रम् ... श्रीरत्नशेखरसूरिविरचितं स्तोत्रम् ..... श्रीदेवनन्दिप्रणीतं स्तोत्रम् .... मुनिसुव्रतजिनचैत्यवंदनम् ............ श्रीशोभनमुनिवर्यविरचिताः स्तुतयः................ श्रीमद्यशोविजयोपाध्यायविरचिता स्तुतयः.. ................ श्रीबप्पभट्टिसूरिवर्यविरचिताः स्तुतयः ..................... पण्डितवर्यश्रीमेरुविजयगणिगुम्फिताः स्तुतयः ............. पण्डितश्रीहेमविजयगणिप्रणीताः स्तुतयः ... श्रीमुनिसुव्रतजिनस्तुतयः........ पण्डितविनयहसगणिविरचितं स्तोत्रम् ...... सहस्रावधानिश्रीमुनिसुन्दरसूरिविरचितं स्तोत्रम् ................ श्रीमुनिसुव्रतजिनस्तवनम् ............ श्रीरामचन्द्रसूरिकृतः श्रीमुनिसुव्रतदेवस्तवः........... ८५ ८५. ८७ ८ . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . . ec छय Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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