Book Title: Mahasati Madanrekha Diwakar Chitrakatha 012 Author(s): Shreechand Surana Publisher: Diwakar PrakashanPage 28
________________ सती मदनरेखा मदनरेखा को झांकियों की तरह यह सारा घटनाक्रम दिखला कर देव ने कहा मदनरेखा, तुम्हारा छोटा पुत्र सुरक्षित है और मिथिला के युवराज के रूप में बड़ा होगा। अरे हाँ, उसका भी समाचार सुनो। मदनरेखा की आँखों में हर्ष के आँसू छलछला उठे भाग्य, जिसकी रक्षा करता ( है, काल भी उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। मेरा बड़ा पुत्र चन्द्रयशे किस हाल में है? AAJAN NHA Mintuline C.CLCLECd 26 o callon International For Private & Personal use only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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